नेपाल के कपिलवास्तु जिला अंतर्गत चर्चित कृष्णनगर बॉर्डर पर दो नेपाली महिलाओं को चरस के साथ नेपाल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है नेपाल पुलिस की इस कार्यवाही से एक बार फिर लोगों की जुबान पर चर्चा है कि नेपाल चरस का एक बड़ा अड्डा है वही से भारत में लाकर इसको खपाया जाता है।
माफिया हर बार महिलाओं को ही कैरियर के रूप में वाहक बनाया जाता है । यही कारण है कि भारत के सिद्धार्थ नगर जनपद के जेल में नेपाली महिलाओं की संख्या बढ़ रही है उनमें से अधिकतर महिलाएं एन डी पी एस की धाराओं में बंद हैं जिनकी जमानत लेने वाला कोई नहीं।
4.964 किग्रा चरस के साथ दो महिला गिरफ्तार
वढ़नी : नेपाल के कपिलवस्तु जिले की कृष्णानगर पुलिस ने कृष्णानगर कस्बा से दो नेपाली महिला तस्करों को 4.964 किग्रा चरस के साथ गिरफ्तार किया। पकड़ी गई महिलाओं ने बताया कि वह चरस को लेकर भारत जाने वाली थीं। इसी दौरान वह पकड़ी गईं। पुलिस ने दोनों महिलाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए जेल भेज दिया।
बढ़नी कस्बा से सटे नेपाल के सीमावर्ती कृष्णानगर थाना के इंस्पेक्टर लक्ष्मण ओली ने बताया कि सोमवार की रात उनके नेतृत्व में एक पुलिस टीम कस्बा में गश्त कर रही थी, इसी बीच रोल्पा जिले से कृष्णानगर होते हुए भारतीय कस्बा बढ़नी की तरफ जा रही रोल्पा जिले के दुईखोली गांव पालिका-एक निवासी दो नेपाली महिलाओं 33 वर्षीय रश्मि बूढ़ा व 43 वर्षीय तुलसा रोका को रोककर पूछताछ की गई।
तलाशी के दौरान रश्मि बूढ़ा के कमर में पांच पैकेट में बांधकर छिपाया गया 3.138 किग्रा व तुलसा रोका मगर के पास से चार पैकेट में बांधकर छिपाया गया 1.826 किग्रा चरस बरामद हुआ।
इलाका पुलिस कार्यालय, कृष्णानगर के इंस्पेक्टर ने बताया कि पूछताछ के दौरान दोनों महिला तस्करों ने बताया कि वह बरामद चरस को रोल्पा जिले से लाकर सीमावर्ती बढ़नी में एक व्यक्ति को देने वाली थी।