बालश्रम उन्मूलन के लिए गोष्टी का आयोजन
पवन यादव
बढ़नी सिद्धार्थनगर
प्लान इंडिया व एएचटीयू के सहयोग से विश्व बाल श्रम निषेध दिवस सप्ताह के अवसर पर गाँधी आदर्श इंटर कॉलेज में एनसीसी कैडर, भारत – नेपाल की संस्थाओ, शिक्षक व पुलिस के साथ एक बाल श्रम उन्मूलन के लिए एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें गाँधी आदर्श अन्तर कॉलेज के प्रधानाचार्य विजय कुमार वर्मा द्वारा सभी का स्वागत किया गया व आज के कार्यक्रम के बारे में बताया गया। एएचटीयू प्रभारी श्री ब्रजेश सिंह जी ने बच्चो के बालश्रम की समस्या के बारे में बताया और उसमे एएचटीयू या पुलिस का क्या रोल है। इसके बाद में उन्होंने युवाओ को नशे की आदतों से भी दूर रहने को बोला क्योकि इससे भी बाल श्रम की समस्या बाद रही है। ढेबरुआ थाना प्रभारी ने बच्चो को बालश्रम से दूर रहने की सलाह दी तथा बच्चों को सलाह दी कि वो अपने आस पास अच्छे लोगो के संपर्क में रहे ताकि उनमे अच्छे गुण आये। प्लान इंडिया के जिला समन्वयक प्रसून शुक्ल ने बताया कि प्लान इंडिया प्रोटेक्ट प्रोजेक्ट के तहत भारत नेपाल बॉर्डर पर मानव तस्करी व बाल संरक्षण पर काम करती है। इसके साथ बालश्रम के बारे में बताया कि कोई भी बच्चा जिसकी उम्र 14 वर्ष से कम है वह कोई भी कार्य नहीं कर सकता है लेकिन 14 से ऊपर के बच्चो को कुछ शर्तो के साथ कुछ कार्य कर सकते है। अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन द्वारा बाल श्रम शब्द को ऐसे काम के रूप में परिभाषित किया है जो बच्चों को उनके बचपन , उनकी क्षमता और उनकी गरिमा से वंचित करता है , और जो शारीरिक और मानसिक विकास के लिए हानिकारक है । बच्चे और किशोर श्रम निषेध और विनियमन अधिनियम 1986 के प्रवर्तन के लिए एसओपी भी बनाई गयी है। इस दौरान बच्चो ने भी सवाल जबाब किये। बच्चो को कर्यक्रम बहुत अच्छा लगा और उन्होंने खुद बोला कि अब वह बालश्रम को समाज से कम करेंगे। इसके साथ वो इन बच्चो की मदद कैसे कर सकते है और सहायता नंबर 1098, 112 , बाल संरक्षण समिति आदि के बारे में जानकारी प्रदान की गयी। इस कार्यक्रम में एएचटीयू प्रभारी श्री ब्रजेश सिंह, ढेबरुआ थाना प्रभारी हरिओम कुशवाहा, प्रधानाचार्य विजय कुमार वर्मा, एनसीसी इंचार्ज शम्भुनाथ गुप्ता, नेपाल की संस्थाओ से चंदा कु (PRC), माधुरी (KIN), प्लान इंडिया से प्रसून शुक्ल, विजयशंकर यादव, शत्रुविजय सिंह, रूपा उमर, काजल श्रीवास्तव, हरिकेश दुबे व एनसीसी कैडर से दयाशंकर, अजय, अमन उमेश, सौरभ आदि शामिल थे।