बेखौफ चल रहे हरे पेड़ों को कटान से एक घर टूटा,सूचना और तहरीर के बाद भी बांसी पुलिस और वन विभाग चिर निद्रा में
जनपद में लकड़ी माफिया का कटान अपने चरम सीमा पर है जब चाहे जहां चाहें हरे पेड़ों को गिरा देते हैं जबकि जनपद के वन क्षेत्र में करोड़ों पौधे लगाए जाने के बाद लगातार घटता ही जा रहा है इस ओर कोई कार्यवाही नहीं कटान बदस्तूर जारी है । पेड़ काटने वालों की दबंगई देखिये पत्रकार के घर के सामने पेड़ काटा गया और पेड़ पत्रकार के घर पर गिरा दिए छत फट गई मकान खराब हो गया यह हौशला कौन इन्हें दे रहा है। बेहतर है कि पत्रकार को तत्काल सहायता पहुँचाई जाए डी एफ ओ महोदय
सुनील कुमार
बांसी सिद्धार्थनगर
बांसी तहसील के अधिकतर क्षेत्रों में चल रहे हरे पेड़ों के कटान से हरियाली खत्म होती तो जा ही रही और साथ में पेड़ लगाने का दावा भी फिसड्डी साबित हो रहा है।
ऐसे ही वाक्या पिछले 9 जुलाई को बस्ती बांसी रोड पर स्थित बाजार डीह में अब्दुल रहमान द्वारा एक हरे पेड़ की कटाई की जा रही थी जिसके बगल में श्रीमती केवल पति का मकान है जिन्हे आशंका हुई की पेड़ घर पर गिर सकता है इसलिए उन्होंने 112 पर परिवार जनों की मदद से कॉल कर सूचना दी और मौके पर पहुंची पुलिस ने कटाई करने वाले को बुलाकर अकेले में बात कर चलते बने।
इतने में पेड़ कटाई के दौरान ही पीड़िता के छत पर जा गिरा जिस से छज्जा मय पूरा छत और दीवार छतिग्रस्त हो गए।गनीमत तो ये रहा की उस समय कोई घर में था नहीं वर्ना काफी बड़ी दुर्घटना हो सकती थी।
जिसकी सूचना पाकर पीड़िता के बड़े लड़के महेंद्र कुमार गौतम जो की मीडिया से जुड़े हैं उन्होंने तुरंत थानाध्यक्ष बांसी को 9 जुलाई को ही सूचना दी लेकिन अभी तक कोई थाने से कार्यवाही तो दूर कोई घटनास्थल पर आज तक नही पहुंचा न कोई कार्यवाही हुई।ऐसा प्रतीत होता है कि वन माफियों के सामने बांसी पुलिस नतमस्तक है।
और उनके इशारों पर धरती की हरियाली तेजी से खत्म हो रही,साथ ही ऐसे अपराधियों का संरक्षण अगर प्राप्त न होता तो लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के प्रहरी महेंद्र कुमार गौतम के तहरीर पर कार्यवाही अवश्य होती।