शोहरतगढ़ विधायक विनय वर्मा की पत्नी का नाम बढ़नी नगर पंचायत में शामिल करने से हो सकता है दंगा
विधायक विनय वर्मा की पत्नी का नाम वोटर लिस्ट से हटाने को लेकर बबिता वर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राजनीतिक आकाओं पर साधा निशाना
वर्ष 2000 से नेपाल में हुवे मावोवादी आंदोलन के बाद से हजारों नेपाली नागरिकों का आधार कार्ड वोटर कार्ड पैन कार्ड बन चुके हैं। शोहरतगढ़ विधायक विनय वर्मा की पत्नी का वोटर लिस्ट से नाम हटाकर प्रशासन ने इस बात का संकेत सीधे तौर पर दे दिया है कि नियम कानून संविधान का कोई मतलब नहीं है पावर पॉलिटिक्स के हिसाब से ही काम होगा
निज़ाम अंसारी
शोहरतगढ़ विधायक विनय वर्मा की पत्नी बबिता वर्मा का नाम इन दिनों जनपद सिद्धार्थ नगर में सुर्खियों में है। सपताह भर पहले उन्होंने बढ़नी नगर पंचायत के एक वार्ड से अपना नाम वोटरलिस्ट में बढ़ाने का आवेदन किया गया था जो मंजूर हो गया था उनका नाम वोटिंग लिस्ट में आ गया था फिर किसी साजिश के तहत उनका नाम वोटर लिस्ट से हटा दिया गया जिसको लेकर
आज वृहस्पतिवार को बबिता वर्मा ने अपने पति शोहरतगढ़ विधायक विनय वर्मा के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस किया।
इस दौरान उन्होंने जिलाधिकारी के कार्यशैली को लेकर तीखे कॉमेंट किये।
शोहरतगढ़ विधायक विनय वर्मा और उनकी पत्नी बबिता वर्मा ने कहा डीएम नही सुनते हैं हमारी बात,लगातार कर रहे हैं उपेक्षा,बढ़नी नगर पंचायत के वार्ड नम्बर छः मे पहली लिस्ट नाम था शामिल दूसरे लिस्ट में आपत्ति लगाकर हटाया गया नाम।
शोहरतगढ़ एसडीएम को सभी दस्तावेज़ देने के बावजूद नही शामिल हुआ लिस्ट में नाम।
600 लोगों के नेपाल व भारत मे दोहरी नागरिकता की शिकायत पर नही किया प्रशासन ने अभी तक कार्यवाही।
विधायक की पत्नी बबिता वर्मा ने कहा डीएम ने उनसे कहा बढ़नी नगर पंचायत में वोटर लिस्ट में नाम आने से हो सकता है दंगा,शोहरतगढ़ एसडीएम ने नही दी मुझ महिला को बैठने के लिए कुर्सी तक नहीं दी गई। बबिता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस मे किया अपील क्या एक महिला को नही है वोट का अधिकार।
विधायक विनय वर्मा ने कहा कि जब से वह विधायक बने हैं तब से उनके कामों और प्रयासों को लगाम लगाने की कोशिश हो रही है आखिर प्रशासन किसके इशारे पर काम कर रहा है किसको खुश करना चाहते हैं।