*गोंड /धुरिया समाज की सामाजिक एवम् राजनैतिक संगठनों की संयुक्त बैठक संपन्न*
*पूर्व में जारी जाति प्रमाण पत्रों को ऑनलाइन कराएं तहसील प्रशासन*
निजाम अंसारी
इटवा – सिद्धार्थनगर।शासन द्वारा समय – समय पर जारी आदेशों को पालन करायें जाने सहित पूर्व में जारी जाति प्रमाण पत्रों को ऑनलाइन कराएं जाने समेत अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं को लेकर गोंड /धुरिया जनजाति समाज की एक आवश्यक बैठक सम्पन्न हुई। बैठक की शुरुवात उपस्थित लोगों द्वारा उक्त समस्याओं को जोर – शोर से उठाया गया। बैठक के दौरान उक्त सहित अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर व्यापक स्तर से चर्चा कर अंत में निर्णायक लड़ाई लड़े जाने को लेकर सहमति बनायीं गयीं ।
रविवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार गोंड / धुरिया जनजाति समाज के लोग भारी संख्या में स्थानीय नगर पंचायत सभागार इटवा में आयोजित बैठक में शामिल हुए। अखिल भारतवर्षीय गोंड महासभा,आदिवासी विकास सेवा संस्थान और बीजेपी एसटी मोर्चा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित बैठक की शुरुवात आदि देव बड़ा देव की उपासना एवम् आदिवासी जननायक भगवान बिरसा मुंडा और गोंड वीरांगना महारानी दुर्गावती चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया।
बीजेपी एसटी मोर्चा के प्रदेश सह कोषाध्यक्ष नंदलाल गोंड की अध्यक्षता व क्षेत्रीय कार्य समिति सदस्य शिव कुमार धुरिया के संचालन में बतौर मुख्य अतिथि अंगद गोंड प्रधानाचार्य विशिष्ट अथिति संरक्षक आदिवासी विकास सेवा संस्थान मुरली धर धुरिया ने अपने संबोधन में कहा कि शासनादेश संख्या 176 मंत्री/26.03.2020 समाज कल्याण अनुभाग लखनऊ 23 अक्टूबर 2020 व हाल ही में जिला प्रशासन द्वारा आदेश दिनांक 20 जुलाई 2023 सहित समय समय पर जारी अन्य शासनादेशों का अनुपालन करने में तहसील प्रशासन हीला हवाली कर रहा हैं।जिसके कारण गोंड /धुरिया आदिवासी समाज के लोग अपने समस्त संवैधानिक अधिकारों से वंचित हैं।
जबकि बीजेपी एसटी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र धुरिया ने कहा कि पूर्व में गठित जिला स्क्रूटनी कमेटी के आदेश पर तहसील प्रशासन द्वारा समुचित स्थलीय जांच पड़ताल के उपरांत जनपद में निवासरत गोंड धुरिया समाज के लोगों को जाति प्रमाण पत्र निर्गत किया गया था,परंतु मौजूदा समय में ऑनलाइन न होने के कारण तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैं ।
बीजेपी एसटी मोर्चा के जिला अध्यक्ष रामू गोंड ने कहा कि 8 जनवरी 2003 के केंद्र सरकार के नोटिफिकेशन के अनुसार गोंड / धुरिया अनुसूचित जनजाति जाति को प्रदेश के सिद्धार्थनगर समेत 13 जनपदों में एसटी का दर्जा प्राप्त हुआ था,परंतु स्थानीय अधिकारियों की हठधर्मिता के कारण यह समाज आज भी अपने अधिकारों से वंचित हैं।
बैठक को अंगद धुरिया, शिव कुमार धुरिया,गणेश गोंड ,पन्नेलाल उर्फ मुन्ना गोंड,पप्पू गोंड सभासद,फूलचंद धुरिया ,हीरा लाल गोंड, आदि ने संबोधित किया।
बैठक के अंत में राष्ट्रपति पुरस्कृत शिक्षक नंदलाल गोंड ने उपस्थित लोगों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए अपने रीति – रिवाजों को जारी रखने के प्रति संकल्प दिलाया।
उक्त बैठक में प्रमुख रूप से श्याम सुन्दर गोंड,शिव शंकर गोंड, डा रमेश धुरिया,मिठाई लाल गोंड, अंबरीश धुरिया,अवधेश गोंड,मनोज गोंड,बृजेश धुरिया,प्रदीप गोंड,लक्ष्मण प्रसाद,श्री प्रकाश,अमरनाथ धुरिया,विक्रम धुरिया,संदीप गोंड,दीपक धुरिया आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।