📅 Published on: November 18, 2023
Kapilvastupost
सिद्धार्थनगर। शहर के चौक-चौराहों से लेकर छोटी-बड़ी सड़कों के किनारे होर्डिंग लगा दिए गए हैं। लोकसभा चुनाव में अपना नाम चमकाने और दीपावली छठ पूजा के मौके पर होर्डिंग लग गए हैं। लगाए भी जा रहे हैं। लेकिन यह पता नहीं है कि किसकी शह पर शहर को अवैध होर्डिंग से पाटा जा रहा है। नगर पालिका परिषद के अनुसार एक व्यक्ति ने मात्र 13 होर्डिंग की अनुमति ली है और उसका शुल्क भी जमा किया है।
शहर में पुरानी नौगढ़, साड़ी तिराहा, सनई चौराहा, हाइडिल तिराहा, बांसी तिराहा सहित अन्य स्थानों पर 450 से अधिक होर्डिंग लगे हैं। ये होर्डिंग मनमानी तरीके से लगाए गए हैं, जिनसे हादसे की आशंका बनी हुई है। नगर पालिका परिषद के अनुमति से होती तो निर्धारित स्थान पर ही होर्डिंग लगाया जाता है। शहर की मुख्य सड़क पर हुसैनगंज से रेलवे क्राॅसिंग सिद्धार्थनगर तक 40 होर्डिंग बड़े आकार के लगे हुए हैं।
शहर के राजेश कुमार ने कहा कि कम दूरी में ही अधिक होर्डिंग लगा दिए गए हैं। तेज हवा चलने पर होर्डिंग से हादसे की आशंका बनी रहती है। पुरानी नौगढ़ के सानू का कहना है कि तेज हवा आने पर होर्डिंग से हादसे की आशंका रहती है। जहां लोग सड़क के किनारे वाहन खड़े करते हैं, वहां होर्डिंग का अवैध कब्जा हो जाता है। नगर पालिका परिषद के ईओ विंध्याचल गुप्ता ने कहा कि होर्डिंग के मामले में कार्रवाई की जाएगी।
नगर पालिका का हो रहा है नुकसान
नगर पालिका परिषद सिद्धार्थनगर में अवैध होर्डिंग लगाने की मनमानी के कारण राजस्व की क्षति हो रही है। एक व्यक्ति ने 13 होर्डिंग के लिए 2.47 लाख रुपये जमा किया है। यदि सभी होर्डिंग अनुमति से लगाए गए होते तो नगर पालिका की आय बढ़ जाती। वन विभाग कॉलोनी के रवि सिंह ने कहा कि बड़ा सवाल है कि आखिर किसके शह पर ये होर्डिंग लगाए जा रहे हैं।
हादसे की आशंका
शहर में बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए जाने के कारण हादसे की आशंका बन गई है। तेज हवा में होर्डिंग टूटकर गिरते हैं तो हादसा हो जाता है।
शहर में लगाए गए होर्डिंग राजनीतिक या व्यावसायिक हैं। नगर पालिका परिषद रोक-टोक करके जुर्माना लगाती तो निर्धारित स्थान पर ही होर्डिंग लगाए जाते।