गाँवों का भरोसा, इंसानियत की मिसाल — डॉक्टर सोनू ने चिकित्सक दिवस पर दिया सेवा और संवेदना का संदेश

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बढ़नी, सिद्धार्थनगर ।

राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के अवसर पर सिद्धार्थनगर के Star Health &Homeopathic Clinic के संचालक डॉ. खुबै़र अहमद (सोनू), BHMS, MD ने एक भावुक संदेश जारी कर डॉक्टर होने की असली परिभाषा को शब्दों में ढाला।

डॉ. सोनू ने कहा कि डॉक्टर होना उनके लिए सिर्फ पेशा नहीं, बल्कि “ईबादत” है। उनका मानना है कि असली डॉक्टर वही है, जो मरीज के दर्द को अपने दिल से महसूस कर, उसकी राहत को अपना धर्म समझे।

डॉ. सोनू ने आत्ममंथन करते हुए कहा:
“क्या मैंने हर मरीज की तकलीफ समझी? क्या हर जरूरतमंद को समय, सुकून और सही सलाह दी?”

उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका सपना कभी शहरों की चकाचौंध में गुम होने का नहीं था, बल्कि गाँवों में भरोसे का दूसरा नाम बनने का था। आज भी उनके क्लिनिक में मरीजों की आंखों में सुकून और दिल से निकलती दुआएं ही उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि हैं।

सेवा, सच्चाई और सहजता को उन्होंने अपनी चिकित्सा की तीन मजबूत नींव बताया: सेवा — पैसा कमाना नहीं, स्वास्थ्य बाँटना मकसद है। सच्चाई — हर मरीज को सच बताना, चाहे वो कठिन हो। सहजता — मरीज डर से नहीं, भरोसे से इलाज कराए

इस मौके पर डॉ. सोनू ने अपने माता-पिता, शिक्षकों, मरीजों और ईश्वर का आभार जताया, जिन्होंने उन्हें सेवा का संस्कार, ज्ञान, भरोसा और किसी के दर्द में इलाज बनने की ताकत दी।

डॉक्टर दिवस पर डॉ सोनू ने कहा
अगर आप किसी का दर्द कम कर सकते हैं, तो आप सिर्फ डॉक्टर नहीं, इंसानियत के सच्चे प्रतिनिधि हैं।

डॉ. सोनू ने स्वस्थ भारत और सेवाभावी भारत का संकल्प दोहराते हुए सभी को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी।

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