जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी 2019 को हुए आतंकी हमले में वीरगति को प्राप्त हुए भारत माता के वीर सपूतों को बुधवार को
सशस्त्र सीमा बल 43वीं वाहिनी की सीमा चौकी ककरहवा के जवानों द्वारा
भावपूर्ण श्रद्धांजलि और पुष्प अर्पण कर नमन किया गया। जानकारी देते हुए एसएसबी 43वीं वाहिनी कमांडेंट उज्जल दत्ता ने बताया कि पुलवामा आतंकी हमला 14 फरवरी, 2019 को हुआ था। इसे भारत पर हुए सबसे खतरनाक आतंकी हमलों में से एक माना जाता है। इस काले दिन को आतंकियों ने विस्फोटकों के लदे वाहन के जरिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले को निशाना बनाया था।
इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे, जबकि 35 घायल हुए थे। हमारा देश उन बहादुर जवानों के सर्वोच्च बलिदान के लिए सदा ऋणी रहेगा। इस दौरान 43वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल की सीमा चौकी ककरहवा कमांडर असिस्टेंट कमांडेंट विक्रम सिंह के नेतृत्व में सीमा चौकी के अन्य जवानों के साथ-साथ मोहना थानाध्यक्ष जीवन त्रिपाठी, ककरहवा पुलिस चौकी इंचार्ज उप-निरीक्षक बृजेश कुमार सिंह, पण्डित भागीरथी सूर्यनाथ त्रिपाठी इंटर कॉलेज के प्रबंधक कृष्ण कुमार त्रिपाठी, प्रिंसिपल रूपा उपाध्याय मानव सेवा संस्थान सेवा के केंद्र प्रभारी बृजलाल यादव शिक्षकगण द्वारा भारत माता के वीर सपूतों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि और पुष्प अर्पण कर नमन किया गया। साथ ही बीएस इंटर कॉलेज से लेकर ककरहवा चेक पोस्ट तक सयुक्त कैंडल मार्च भी निकाला गया। इसी कड़ी में शोहरतगढ नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि रवि अग्रवाल अपने साथियों के साथ कस्बा स्थित बुधई स्मारक पर पुलवामा में मारे गए नौजवानों की याद में कैंडल जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित करी।