विवादित टिप्पणी को लेकर जताया विरोध ज्ञापन देकर गिरफ्तारी की मांग
निज़ाम अंसारी
भारत एक सांस्कृतिक देश है जहां हर धर्म और मजहब के मानने वाले लोग हैं और विभिन्न धर्मों के मानने वालों के उनके देवी देवता पैगम्बर और गॉडेस हैं । 2014 से देश की आधी आबादी को देश बदलता हुवा नजर आ रहा है जिससे वह खुश हैं उनकी खुशी में अल्पसंख्यक अधिकारों का हनन पुलिसिया उत्पीड़न और हिंदुत्व की पराकाष्टा शामिल हैं। यह पहला मौका नहीं है जब मुसलमानों की आस्था को ठेंस पहुँचाई गई है कभी कपिल मिश्रा , कभी यति नरसिंघा कभी प्रज्ञा ठाकुर , कैलास विजय वर्गीय जैसे बी जे पी के नेता जानबुझकर विवादित और अभद्र भाषा का प्रयोग मुस्लिम समाज के लोगों के लिए करते हैं जब मुसलमान विरोध करता है तो कानून को ताक पर रख मुसलमानों के खिलाफ सारा दोष मढ़ दिया जाता है।
पैगम्बर के खिलाफ विवादित टिप्पणी को लेकर इटवा में कांग्रेस नेता डॉ नादिर सलाम की अगुवाई में कांग्रेसियों ने शनिवार को एसडीएम अभिषेक
पाठक को ज्ञापन सौंपकर आपत्तिजनक बयानों के मामले में कार्रवाई की मांग की। इस्लाम धर्म
के खिलाफ विवादित टिप्पणी से इस्लाम धर्म के लोगों ‘की भावनाएं आहत हुई है। ऐसे मामले में कार्रवाई
न होने पर गलत बयानबाजी की
की आशंका बढ़ जाएंगी। इस दौरान ज्ञापन ‘सौंपने वालों में रिजवान सिद्दीकी, साहिल राइनी, हाजी
साहब ,जावेद, ‘बब्लू, अल्तमंश, बैतुल्लाह ,मोहम्मद रईस आदि शामिल रहे।