दुधवनिया विवाद में ढेबरुआ पुलिस की भूमिका संदेहपूर्ण ,एस पी से मामले में कार्यवाही की मांग,कानून के तहत हो काम – विधायक विनय वर्मा
दुधवनिया बुजुर्ग में अपरंपरागत मूर्तियों को रखने की कोशिश का मामला
डेमोक्रैट
उत्तर प्रदेश में कानून व्यवथा व शांति व्यवस्था बनाये रखने को लेकर किसी भी त्योहार में कोई नई परंपरा कायम नहीं की जा सकती है इसके लिए प्रशासन के सख्त निर्देश हैं बावजूद इसके नियम कानून को ताक पर रखते हुवे संस्तुति देने व बाद में नियम कानून के हिसाब से वे शांति व्यवस्था के दृष्टिगत कानून का हवाला देते हुवे एस डी एम और थाना की रिपोर्ट के आधार पर कहा गया कि उक्त गांव में इससे पहले कोई प्रतिमा नहीं रखी गई है इस आधार पर परमिसन नहीं दी गई।
इस मामले में शोहरतगढ़ विधायक से विनय वर्मा से रिपोर्टर ने बात करी विधायक वर्मा ने कहा कि इस मामले में ढेबरुआ पुलिस की भूमिका संदिग्ध है पुलिस को पहले कानून का पालन करना चाहिए था लेकिन खुद ही जज बनकर परमिसन क्यों दिया गया । पहले से ही इस मामले में एस डी एम शोहरातगढ़ और जिलाधिकारी से समन्यवय क्यों नहीं बनाया गया प्रदेश सरकार के आदेश को प्रमुखता क्यों नहीं दी गई ।
ग्रामीणों को आस्था के नाम पर क्यों भड़काया गया इसका जिम्मेदार जो भी है उसे इसकी सजा भुगतनी पड़ेगी । जी ओ की कॉपी मुझे भी उपलब्ध नहीं कराई गई कानून का पालन नहीं किया जा रहा है ।
विधायक वर्मा ने कहा कि ताजा विवाद के लिए थाना ढेबरुआ जिम्मेदार हैं अतः मैं प्रशासन से कार्यवाही की मांग करता हूँ उन्होंने अपने कर्तव्यों का निर्वहन विधि सम्मत नहीं किया ।