सिद्धार्थ विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह तैयारियां पूर्ण , राज्यपाल आनंदी बेन पटेल जल संरक्षण के लिए करेंगी जागरूक
kapilvastupost reporter
सिद्धार्थनगर। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु, सिद्धार्थनगर में आज आयोजित होने वाला छठवें दीक्षांत समारोह की तैयारियां पूरी कर ली गयी है। कल की तैयारी की चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए गुरुवार को पूरे कार्यक्रम का रिहर्सल किया गया।
आज जिस प्रकार से कार्यक्रम संपन्न होना है वह सभी कार्यक्रमो का यथा विद्वत पदयात्रा से लेकर गोल्ड मेडल का वितरण, आसपास के छोटे बच्चों के उत्साहवर्धन के लिए पुस्तकों फल वितरण का कार्यक्रम, मुख्य अतिथि को विश्वविद्यालय की तरफ से डिलीट की मानद उपाधि प्रदान करने के कार्यक्रम सहित कुलाधिपति एवं उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल द्वारा जल संरक्षण हेतु मंच से घड़ो में जल को एकत्रित करने के माध्यम से जागरूकता का कार्यक्रम इत्यादि का रिहर्सल गुरुवार को किया गया।
मंच पूरी तरीके से तैयार हो गया है। मंच के सामने विशिष्ट अतिथियों की बैठने की व्यवस्था, उसके पीछे सामान्य अतिथियों की बैठने की व्यवस्था कुल 1500 कुर्सियां लगाई गई है। विदित है कि सिद्धार्थ विश्वविद्यालय अपना छठवां दीक्षांत समारोह संपन्न करेगा। जिसमें विश्वविद्यालय के कुलाधिपति एवं उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल शामिल होने लखनऊ से हेलीकॉप्टर द्वारा सिद्धार्थ विश्वविद्यालय में आएंगी।
विश्वविद्यालय में आज 11:00 बजे से लेकर 2:00 बजे तक रहेंगी। लगभग 2 घंटे मंच पर रहेंगी। जिसमें इस वर्ष की परीक्षा में सर्वोच्च अंक प्राप्त परिसर सहित विभिन्न महाविद्यालयों के विद्यार्थी को गोल्ड मेडल प्रदान करेंगी ।इसी प्रकार के अन्य कार्यक्रम उनके कर कमलों द्वारा संपन्न होगा। मुख्य रूप से राजभवन से निर्देश प्राप्त हुआ है कि मंच के माध्यम से राज्यपाल उपस्थित लोगों एवं बच्चों को जल संरक्षण के लिए जागरूक करेंगी। जिसके लिए विशेष तौर पर बड़े और छोटे गढ़ो की व्यवस्था की गई है।राज्यपाल के द्वारा इन घड़ो में पानी एकत्र किया जाएगा।
जिसके माध्यम से सब को यह संदेश देने की योजना है कि आने वाले समय में जल की कीमत को समझें और अधिक से अधिक जल को संरक्षित करने का उपाय किया जाए। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति एवं उत्तर प्रदेश शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर गिरीश चंद्र त्रिपाठी होंगे। विश्वविद्यालय पहली बार किसी अतिथि को मानद उपाधि प्रदान करने जा रहा है। आज के कार्यक्रम की यह भी एक विशेष उपलब्धि मानी जा रही है।
कुलपति प्रोफेसर हरि बहादुर श्रीवास्तव ने बताया की दीक्षांत समारोह की गरिमा और श्रेष्ठता से शिक्षा जगत के लोग भलीभांति परिचित है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलाधिपति एवं उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल उच्च शिक्षण संस्थानों में गुणवत्ता युक्त शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों के प्रति गहरा लगाव रखने वाली राज्यपाल है। इसलिए ऐसे सभी मौकों पर न केवल उनकी उपस्थिति रहती है अपितु बहुत गंभीरता के साथ कार्यक्रम में सम्मिलित होती हैं।
विश्वविद्यालय विश्वविद्यालय का सौभाग्य है कि विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह अनवरत गति मान है। विगत वर्षों में विश्वविद्यालय निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम की पूरी व्यवस्था योजना सुदृढ़ कर ली गई है ।कार्यक्रम अपने समय से प्रारंभ होकर व्यवस्थित ढंग से संपन्न होगा।
विश्वविद्यालय परिवार एवं प्रशासन के लोग पूरी सक्रियता के साथ इस कार्यक्रम को संपन्न बनाने के लिए संकल्पित है। इस अवसर पर राज्यपाल की भूमिका में दीनदयाल शोध पीठ की चेयर प्रोफेसर अंजू दिवेदी रहे, कार्यक्रम के रिहर्सल अवसर पर कुलसचिव डॉ मयंक कुमार सिंह, वित्त अधिकारी अजय सोनकर, प्रोफेसर हरीश कुमार शर्मा, प्रो दीपक बाबू, शेख अंजुम सहित शिक्षक उपस्थित रहे।