सिद्धार्थनगर। सिविल सिद्धार्थ बार एसोसिएशन के अधिवक्तागण सोमवार को न्यायिक कार्य से विरत रहे जिससे किसी न्यायालय, अधिकरण या न्यायिक आयोग में कोई भी न्यायिक कार्य संपादित नहीं हो सका।
नवनिर्वाचित महामंत्री सिद्धनाथ पांडेय ने बताया कि इलाहाबाद के अधिवक्ता उमेश पाल की दिनदहाड़े हुई निर्मम हत्या के विरोध में निर्णय लिया गया है कि सभी अधिवक्तागण न्यायिक कार्य से विरत रहकर जिलाधिकारी के माध्यम से शासन को ज्ञापन सौंपेंगे साथ ही नई गठित कार्यकारिणी एवं सभी अधिवक्ताओं के मध्य भेंट-मुलाकात, धन्यवाद ज्ञापन एवं जल-जलपान का कार्यक्रम भी प्रस्तावित था।
अधिवक्ताओं के न्यायिक कार्य से विरत रहने के कारण जनपद एवं सत्र न्यायालय, अधीनस्थ न्यायालयों, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण, राजस्व न्यायलयों, चकबन्दी न्यायालयों, जिला उपभोक्ता प्रतितोष आयोग एवं तहसील न्यायालयों में न्यायिक कार्य नहीं हो सका।