रेड राउंड शोहरतगढ़ – उपजिलाधिकारी के नेतृत्व में निकला परंपरागत होली की टोली का जुलूस जनता ने ली राहत की सांस

इंद्रेश तिवारी / निज़ाम अंसारी 

शोहरतगढ़ कस्बा इस वर्ष 2023 की होली के त्योहार पर पिछले एक सप्ताह से चर्चा का केंद्र बना हवा है पिछले दिनों नगरपंचायत प्रतिनिधि सौरव गुप्ता ने एक तरह से प्रशासन को चुनौती दे डाली थी कि आज आठ मार्च को निकलने वाले परंपरागत होली जुलूस यानी टोली को विस्तार और वृहद रूप देंगे ।

सौरव गुप्ता के इस कदम से सांप्रदायिक सौहार्द बुरी तरह से बिगड़ने के सीधे संकेत थे।

बात तहसील स्तर से जिला और मंडल से कमंडल तक फैल गई आम जनता में इसको लेकर घबराहट असुरक्षा की भावना पूरे नगर में फैल गई । उपजिलाधिकारी प्रदीप कुमार  ने चैलेंज को स्वीकारते हुवे कहा था कि होली का परंपरागत जुलूस निर्विवाद रूप से निकलेगा।

आज सुबह से ही प्रशासनिक अमला शोहरतगढ़ को छावनी में बदल चुका था पुलिस बूथ पर आला अधिकारियों सहित सैकड़ों की संख्या में पुलिस बल की अगुवाई में सौरभ की टोली में उनकी माता जी सहित एक दर्जन लोग पुलिस की अभिरक्षा में जानकी मंदिर पहुंचे |

वहां से मुड़कर नीलू रूंगटा की दुकान से होते हुवे गोलघर से जुलूस  गुजरा और हरी खेमका के घर से मुड़कर मस्जिद मार्ग की तरफ पुलिस अभिरक्षा में बढ़ते हुवे अजीज मास्टर के घर से सहाबू उस्ताद रायनी मोहल्ले से निकलते हुवे जगदीश वर्मा के पुराने घर से भारत माताचौक की तरफ आराम से घूम गया।

जबकि सौरव ने रमजान गली से जुलूस को ले जाने के लिए कहा था बहरहाल प्रशासन की तरफ से दोनो रास्तों पर बेरीकेटिंग की गई थी और जिलाधिकारी प्रदीप कुमार स्वयं खड़े भी थे |

प्रस्तावित भगवा यात्रा का पोस्टर जारी कर बढ़ा विवाद

रमजान गली मार्ग और बुधाई स्मार्क मार्ग को घेर दिया गया था । लिहाजा बिना किसी लाग लपेट के जुलूस प्रेम गली से मुड़कर पुलिस पिकेट पर जाकर समाप्त हो गई।

नाम न छापने की शर्त पर लोगों ने कहा कि प्रशासन चाह ले तो एक बच्चे का खिलौना नहीं गायब हो सकता है। प्रशासन को चुनौती देना आसान नहीं नामुमकिन है।

बहरहाल यात्रा शकुशल समाप्त  संपन्न हो तो गई लेकिन अपने पीछे कई सवाल खड़े कर दिए हैं ?

मानव अधिकार परिवार के जिलाध्यक्ष नीलू रूंगटा ने जिम्मेदारों पर आरोप लगाते हुवे कहा कि जिस तरह से प्रशासन को होली के दौरान सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने के संकेत दिए गए ठीक इसके विपरीत होली का त्योहार हल्का हो गया असमंजस की स्थित में किसी का परिवार बाहर निकलकर होली नहीं खेल पाया हालांकि युवा वर्ग की चार से पांच टोलिया अपने अपने चौराहों पर डीजे की धुन पर डांस करते देखे गए लेकिन पारिवारिक होली का उत्साह नजर नहीं आया ।

हालांकि हिंदू समाज के बुद्धजीवी वर्ग ने भी प्रस्तावित शोभा यात्रा का विरोध कड़े शब्दों में किया था जिसका बड़ा असर देखने को मिला ।

बहरहाल प्रशासन ने इस चुनौती को शांतिपूर्ण और परंपरागत तरीके से मस्जिद के रास्ते टोली निकालकर पूरे नगर से अपने लिए प्रशंसा बटोर रहा है।

टोली वाले जुलूस के दौरान उपजिलाधिकारी शोहरतगढ़ , ए एस पी सिद्धार्थ , एस ओ शोहरतगढ़ पंकज पांडेय , हरिओम कुशवाहा , दीपक कुमार सहित सैकड़ों की संख्या में पुलिस व पी ए सी बल मौजूद रहे।

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