राज्य में शांतिपूर्ण व निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न करवाने को लेकर अखिलेश यादव ने तैनात बड़े अधिकारीयों को निर्वाचन आयोग से हटाने की मांग
सुहेल सिद्दीकी [ विशेष संवाददाता ]
लखनऊ, । उत्तर प्रदेश में 18वीं विधानसभा के गठन की तारीख घोषित होने के बाद से सभी राजनीतिक दल और सक्रिय होने लगे हैं। प्रदेश के प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने निर्वाचन आयोग को मेल से पत्र भेजकर कुछ अधिकारियों को हटाने की मांग की है। समाजवादी पार्टी को लगता है कि इनके पद पर रहने से चुनाव निष्पक्ष नहीं हो पाएंगे। हालांकि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने मामले को लेकर निर्वाचन आयोग को पत्र भेजा है |
समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश शासन तथा पुलिस प्रशासन में शीर्ष पद पर तैनात अधिकारियों पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता होने का आरोप लगाकर निर्वाचन आयोग से इनको हटाने की मांग की है। समाजवादी पार्टी ने ई मेल से निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर निष्पक्ष चुनाव के लिए राज्य में तैनात अपर मुख्य सचिव (गृह) समेत कई प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को उनके वर्तमान पदों से तत्काल हटाने की मांग की है।
पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी की ओर से चुनाव आयोग को लिखे पत्र में कहा गया है, उत्तर प्रदेश शासन में उप मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी, अतिरिक्त मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार, एडीजी पद पर कार्यरत अमिताभ यश प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रहे हैं। इन सभी को तत्काल प्रभाव से हटाए बगैर प्रदेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष, निर्भीक, प्रभाव मुक्त चुनाव संभव नहीं है। समाजवादी पार्टी मांग करती है कि उपरोक्त सभी अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से उनके वर्तमान पदों से हटाया जाए जिससे कि प्रदेश में निष्पक्ष, स्वतंत्र और भयमुक्त चुनाव संपन्न हो सके।
समाजवादी पार्टी ने अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी का पद उप मुख्य सचिव लिखा है। राज्य में अभी तो उप मुख्य सचिव का कोई पद नहीं है। इसी तरह से अतिरिक्त मुख्य सचिव सूचना का भी पद नहीं है।