📅 Published on: April 28, 2023
विनय त्रिपाठी
समाजवादी पार्टी के संघर्षों के दिनों से एक छात्र नेता के रूप में समाजवादी संघर्ष को मजबूत करने वाले जनपद के एक मात्र अल्पसंख्यक चेहरे और एक बार नगर पालिका नौगढ़ के चेयरपर्सन की शोभा बढ़ाने वाले एक संघर्षशील नेता के बढ़ते कदम को रोकने की कोशिश की गई।
वर्तमान निकाय चुनाव 2023 में नगरपालिका नौगढ़ के भरपूर जिम्मेदार और जनता के बीच अपने लोक कल्याण कार्यों को लेकर अपनी ख्याति बटोरने वाले युवा नेता जमील को इस बार पार्टी ने टिकट न देकर दूसरे को टिकट देना कहीं भारी भूल न हो ।
और यह कि समाजवादी पार्टी जिन सोच और विचार विमर्श पर भरोसा करके नए नाव और सवार के सहारे चुनावी नैया पार लगाने की कोशिश में है वह कहीं उल्टा न पड़ जाए कारण बहुत स्पष्ट हैं कि जमील सिद्दीकी ने नब्बे के दशक से समाजवादी परचम को मजबूती से आगे बढ़ने का काम करते आए हैं और नगरपालिका परिषद को एक बार चला चुके है ।
उनके कार्यकाल में नगर विकास को बहुत बड़े आयाम मिले हैं जनता उनके विकास कार्यों को लेकर बहुत आशा भरी निगाहों से देख रही थी कि इस बार के चुनाव में भी जमील भैय्या को नगर पालिका नौगढ़ का खेवनहार बनायेंगे ऐसे वोटरों और समर्थकों पर पार्टी के निर्णय ने पानी फेर दिया ।
जिस तरह से जमील सिद्दीकी ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना पर्चा दाखिल किया था उसको देखकर यही लगता था कि पार्टी अपने निर्णयों पर विचार करते हुवे जमील को मौका देगी क्योंकि जमील नगर पालिका की जनता के बीच भरोसे और विश्वास का नाम है लेकिन बीते शाम तक जमील सिद्दीकी ने अपना वीडियो जारी कर पार्टी के निर्णय को सम्मान देते हुवे अपना पर्चा वापस ले लिया।
बहर हाल यह चुनाव जमील के लिए आने वाले विधानसभा चुनाव में मील का पत्थर साबित होती ऐसा इस लिए कि जनपद सिद्धार्थ नगर का मुख्यालय नौगढ़ है जहां जिले के कोने कोने से आम आदमी और खास आदमी का आना जाना होता है।
जमील अपने विकास कार्यों के दम पर पूरे जिले में अपना और समाजवादी पार्टी दोनो का कद और बढ़ा सकते थे जिससे विधानसभा चुनाव पर सीधा असर दिखाई पड़ता इसी के भरोसे ही अपने विधानसभा में पकड़ मजबूत कर पाते लेकिन ऐसा नहीं होने से जिले के अल्पसंख्यक युवा नेता के चेहरे और विधानसभा शोहरतगढ़ के रनरअप कैंडिडेट को हतोत्साहित किए जाने के रूप में जनता देख रही है।