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नित्यम धर दूबे का उपनयन संस्कार जनेऊ प्रतिभोज महनाग घर पर धूमधाम से संपन्न
जाकिर खान
सिद्धार्थनगर । बालक की आयुवृद्धि हेतु गायत्री तथा वेदपाठ का अधिकारी बनने के लिए उपनयन (जनेऊ) संस्कार अत्यन्त आवश्यक है। धार्मिक दृष्टि से माना जाता है कि जनेऊ धारण करने से शरीर शुद्घ और पवित्र होता है। शास्त्रों अनुसार आदित्य, वसु, रुद्र, वायु, अग्नि, धर्म, वेद, आप, सोम एवं सूर्य आदि देवताओं का निवास दाएं कान में माना गया है।
उक्त् बाते बुधवार की शाम को आयोजित ग्राम महनाग कोतवाली लोटन जनपद सिद्धार्थनगर निवासी नित्यम् धर दूबे उर्फ़ प्रियांशु दुबे सुपौत्र -स्व0 हरि नाथ प्रसाद दूबे , सुपुत्र अनीता देवी धनंजय धर दूबे एवं कृष्णानंद धर दूबे उर्फ़ संजय दूबे के अपने प्यारे भतीजे के उनयान जनेऊ सस्कार प्रतिभोज के दौरान प्रतिभोज के पावन पर्व पर आये हुए अतिथियों से बात चीत के दौरान बटुक नित्यम धर डूबे के बड़े पिता सजय दुबे ने कहा ।
आगे उन्होंने बताया कि एक प्रसिद्ध मान्यता है कि एक बार जब आप जनेऊ पहन लेते हैं। तो यह आपको जीवन भर किसी भी नकारात्मक ऊर्जा या विचारों से बचाता है। एक वैज्ञानिक अध्ययन ने यह साबित कर दिया है कि जो लोग जनेऊ नहीं पहनते हैं। उनकी तुलना में जो लोग जनेऊ पहनते हैं उन्हें ब्लड प्रेशर की समस्या अधिक होती हैं ।
आये हुए सभी प्रतिभोजियो ने जनेऊ बटुक नित्यम् धर दूबे उर्फ़ प्रियांशु दुबे को उनके दीर्घ आयु और उज्वल भविष्य की कामना से मुबारक बाद दिया ।
जनेऊ कार्यक्रम अनुग्रहीत के समय नित्यम के सभी रिलेटिव , क्षेत्र के सम्भ्रांत एवं गणमान्य जन कैलाश सिंह , राजू पाण्डेय , रंजनेश धर दूबे उर्फ़ गुड्डू बाबू , जिला सवाददाता जाकिर खान , अचिन ट्रिपाठी गुल्ली बाबा सहित आदि अन्य गण मान्य जनों की उपस्थिति रही ।
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