अजन्ता हॉस्पिटल के खिलाफ चिकित्साधीक्षक आर जी सिंह ने शोहरतगढ़ थाने पर आज दी तहरीर

team kapilvastupost 

सिद्धार्थानगर जन्पद में फैले फर्जी अस्पतालों के मकड़ जाल ने आम आदमी को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर इलाज  कराने जाये तो जाये कहाँ हर  गाँव और हर चौराहे पर बड़े पैमाने पर वर्षों से लोगों का इलाज करते रहे और आज अचानक से ही सारे के सारे अस्पताल फर्जी निकल रहे हैं |

बहरहाल लोकप्रिय विधायक विनय वर्मा ने शोहरतगढ़ विधानसभा में फर्जी अस्पतालों के खिलाफ कार्यवाही के लिए स्वास्थ्यमंत्री बृजेश पाठक से पत्रचार और ट्वीट किया जिसके जवाब में ब्रजेश पाठक ने सी एम ओ को चार दिन के अन्दर फर्जी अस्पतालों के खिलाफ कार्यवाही कर रिपोर्ट भेजने को कहा |

फर्जी अस्पतालों के मामले में अजन्ता हॉस्पिटल के खिलाफ शोहरतगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्साधीक्षक आर जी सिंह ने आज मंगलवार को शोहरतगढ़ थाणे पर पहूंचकर अस्पताल संचालक के खिलाफ तहरीर दी गयी है इस मामले पर उन्होंने आगे कहा कि सी एम ओ ऑफिस से आदेश आया था जिसका पालन मैंने कर दिया मुकदमा लिखना एस एच ओ का काम है |

वहीं बोरा पेट्रोल पंप के बगल संचालित जनहित हॉस्पिटल एंड फैक्चर क्लीनिक में प्रसूता की मौत के बाद भी स्वास्थ्य विभाग लापरवाह बना है। सीएमओ ने शोहरतगढ़ के अधीक्षक को अस्पताल सील कराने के साथ मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया था, बावजूद घटना के चार दिनों बाद भी सीएमओ का आदेश हवा में उड़ रहा है। पिता की तहरीर पर पुलिस ने गैर इरादतन हत्या आईपीसी 304 के तहत संचालक को नजरअंदाज करते हुए अज्ञात पर केस दर्ज किया है।

दरअसल, कस्बे के बोरा पेट्रोल पंप के बगल बिना पंजीकरण के संचालित जनहित हॉस्पिटल एंड फ्रैक्चर क्लीनिक को बंद कराने के बाद भी संचालक चला रहा था। इस हॉस्पिटल में 28 जुलाई को क्षेत्र के अंतरी बाजार महमुदवा ग्रांट निवासी नीलम पत्नी बृजलाल ने बच्चे को जन्म दिया। जन्म के लगभग पांच घंटे बाद प्रसूता की मौत हो गई।

इस मामले को सीएमओ डॉ. बिनोद कुमार अग्रवाल ने तत्काल संज्ञान लेते हुए जिला स्तरीय टीम भेज कर हॉस्पिटल को सील कराया और शोहरतगढ़ अधीक्षक डॉ. आरजी सिंह को मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया था। इस घटना को चार दिन का समय बीत गया है, बावजूद विभाग मौत को लेकर लापरवाह बना रहा। जनहित के संचालक के खिलाफ आज तहरीर दी गयी है |

28 जुलाई को ही पिता रामबेलास ने जनहित हॉस्पिटल एंड फ्रैक्चर क्लीनिक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी। 30 जुलाई को एसओ ने अज्ञात पर केस दर्ज कर लिया है।

मौत के बाद भी गुमराह करता रहा संचालक थाने पर दिए तहरीर में पिता बृजलाल ने बताया कि बेटी की सेहत खराब होने पर चिकित्सक को जानकारी दी गई। इस दौरान चिकित्सक ने उपचार करने की बजाए हॉस्पिटल से छुट्टी कर दिया, तब तक बेटी की मौत हो चुकी थी। इसके बाद गुमराह कर जिला अस्पताल के गेट पर पहुंचा कर भाग गया।

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