इंडो नेपाल बॉर्डर बढ़नी – सीमा पर चावल तस्करों की धमक से गूंज रहा सरहद भारतीय क्षेत्र में चावल हुवा मंहगा गरीबों की कमर टूटी

तस्करों के प्राइम टाइम रात दो बजे से चार बजे भोर तक भारी मात्रा में होती है तस्करी करोड़ों रुपये के चावल भारतीय क्षेत्र से भेजा जाता है नेपाल 

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बढ़नी सिद्धार्थ नगर ।
भारत नेपाल के बढ़नी चौकी सीमा क्षेत्र में दिन हो या रात के अंधेरों में बेखौफ चल रही तस्करी पर शिकंजा कसते हुए सुरक्षा निकायों की टीम ने बीती रात को पांच लोगों को बाइक सहित छः कुंतल 11 केजी चावल बरामद कर विधिक कार्यवाही करते हुए कस्टम के सुपुर्द कर दिया।

विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बीती रात कस्बे के एक चर्चित गोदाम पर तस्करी कर नेपाल चावल ढोने वालों का जमावड़ा लगा था कि अचानक पहुंची पुलिस को देख तस्करों में भगदड़ मच गई लेकिन पांच लोगों को पुलिस ने फिर भी गिरफ्तार कर लिया जबकि पुलिस का दावा है कि उक्त लोगों को सीमा क्षेत्र के घरूआर से पकड़ा गया है।

कहा जाता है कि बढ़नी चौकी सीमा क्षेत्र के घरूआर , मडनी आदि पगडंडी मार्गो से दिन हो या रात के अंधेरों में तस्करों का रेला चलता है। कहा जाता है कि भारत से नेपाल बाइक पर चावल की बोरी ढोने वाले कैरियर रोजाना एक से दो ट्रक चावल सीमा पार बड़े ही आसानी से पहुंचा देते हैं।

बताते हैं कि नेपाल में मोटे चावल की मांग जबरदस्त होने के नाते तस्करों का नेटवर्क चावल की तस्करी में सक्रिय है , कहा जाता है कि नेपाल के सीमाई कस्बा कृष्णनगर में चावल की बिक्री करने पर तस्करों को करीब 500 रू प्रति कुंतल मुनाफा मिलता है।

कहा जाता है कि भारतीय क्षेत्र में मोटा चावल करीब 2800 रू प्रति कुंतल है जबकि नेपाल में पहुंच जाने पर उसी चावल की कीमत 3300 रू हो जाती है। कहा जाता है कि भगवान शंकर के आशीर्वाद से सीमा पर विगत तीन महीनों से गुणा भाग की बदौलत चल रही तस्करी की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है।

बताते हैं कि करीब 80 से 100 बाइकर्स चावल ढोने के लिए एकदम तैयार रहते हैं। कहा जाता है कि तस्करों की चार कम्पनी चावल की तस्करी में लगी हुई हैं। बताया जाता है कि नेपाल के सीमाई कस्बा कृष्णगर में एक ट्रक चावल पहुंचते ही उसे नेपाल के पोखरा , दांग , काठमांडू आदि विभिन्न महानगरों को सप्लाई कर दिया जाता है।

हालांकि एसएसबी के जवानों द्वारा भी सीमा पर चावल के तस्करी करने वालों को पकड़कर कार्यवाही की गई है बाबजूद इसके  सीमा पर तस्करों के हौसले बुलन्द हैं।