

गुरु गोविंद सिंह के दो पुत्र थे एक जोरावर सिंह दूसरे फतेह सिंह,जब दोनो पुत्रो को वजीर खान ने दीवाल में चुनवाना शुरू किया उनकी आंखों से आंसू आ गए इस पर उनके छोटे भाई ने पूछा कि क्या तुम डर रहे हो तो उन्होंने कहा नही मैं इस नाते दुखी हूं कि तुम छोटे हो तुम पहले ही इस दीवार में समा जाओगे ,मैं मौत नही मुझे गम है मैं बड़ा भले हूं लेकिन मुझसे पहले तुम्हे बलिदान का मौका मिल रहा है।
- अयोध्या में होने जा रहे प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा की तिथि को पूरे देश में मनाया जायेगा दीपोत्सव: अजय प्रताप
- शोहरतगढ़ – जीसीसी क्रिकेट क्लब प्रधान कप सीजन -1 का दूसरे दिन गडरखा की टीम ने उतरौला को 61 रन से हराया