हार्मोनल असंतुलन के कारण आज हम ढेरों बीमारियों से घिरे हुए हैं। गाइनेकोमैस्टिया भी उन्ही में से एक है। यह बीमारी 13-20 वर्ष के लड़कों में सबसे अधिक देखने को मिलती है। गइनेकोमैस्टिया से पीड़ित होने की स्थिति में पुरुष के स्तनों का आकार बढ़ जाता है जिसके कारण वह लड़कियों के स्तनों की तरह दिखाई देने लगते हैं। गाइनेकोमैस्टिया आज एक सामान्य बीमारी का रूप ले चुका है।
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मानव स्वास्थ्य और बीमारी पर आज हम चर्चा करेंगे बढ़नी क्षेत्र के जाने माने होम्यो पैथी के डॉक्टर खुबेर अहमद से डॉक्टर खुबेर इस तरह के कई मरीजों को होम्यो पैथी दवाओं से ठीक किया है ।
Q डॉक्टर साहब सबसे पहले यह बताइए गाइनेकोमेस्टिया है क्या ?
आम तौर पर एक स्वस्थ्य शरीर में सीने पर ढेर सारी मासपेशियों का होना गाल भरे होना सेहत की निशानी समझी जाती है पर ऐसा नहीं है यदि आपके सीने पर खास तौर से निपल के अगल बगल चर्बी जमा हो रही है तो इसे सामान्य तौर पर gynecomastia की बीमारी समझें इसमें स्तन के आस पास एक गांठ बन जाती है और फैट जमा हो जाता है और यह एक उभार की तरह दिखता है जो बीमारी है जो आम तौर पर हर हेवी दिखने वाले लोगों में होता है इसे ऐसे भी समझ लें कि सीना एक दम सपाट होना चाहिए यदि ऐसा नहीं है तो आपके सीने पर जो चर्बी जमा हो जाती है गांठ के रूप में दिखती है उसे आप gynecomastia समझें।
यह कोई जानलेवा समस्या नहीं है, लेकिन जीवन की गुणवत्ता को कई तरह से प्रभावित कर सकता है । इस बीमारी में व्यक्ति अपने को हीनभावना से पीड़ित दीखता है | यही कारण है कि यह समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। उचित जांच और इलाज की मदद से उसको आसानी से दूर किया जा सकता है।
Q पुरुषों में गाइनेकोमैस्टिया होने के क्या कारण हैं?
गाइनेकोमैस्टिया कई कारणों से होता है जिसमें सबसे पहला हार्मोन में असंतुलन होना है। हार्मोन में असंतुलन होने पर एस्ट्रोजन की तुलना में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर काफी कम हो जाता है।
आमतौर पर पुरुष बहुत कम मात्रा में एस्ट्रोजन हार्मोन का उत्पादन करते हैं, लेकिन जब एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर बहुत अधिक होता है तो गाइनेकोमैस्टिया की समस्या पैदा हो सकती है।
गाइनेकोमैस्टिया के कारणों में यौवन यानी 15-18 की उम्र और बुढ़ापा यानी 50-80 की उम्र शामिल हैं। इसके अलावा, ऐसी बहुत सी दवाएं हैं जो गाइनेकोमैस्टिया का कारण बन सकती हैं। इसमें असंतुलित खान पान , जंक फूड , नशे का सेवन भी एक कारक हो सकता है|
Q गाइनेकोमैस्टिया का उपचार किस प्रकार से किया जाता है ?
गाइनेकोमैस्टिया का उपचार इसके ग्रेड पर निर्भर करता है। कुछ मामलों में उपचार की आवश्यकता नहीं पड़ती है। अगर गाइनेकोमैस्टिया अपनी शुरुआती स्टेज में है तो डॉक्टर मरीज को जीवनशैली और डाइट में कुछ सकारात्मक बदलाव लाने का सुझाव देते हैं।
इसमें समय पर नींद सोना और जागना, अपनी डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियों और ताजे फलों को शामिल करना, रोजाना सुबह और शाम हल्का-फुल्का व्यायाम करना, शराब, सिगरेट या दूसरी नशीली चीजों के सेवन से बचना शामिल है।
इसके अलावा, डॉक्टर फास्ट फूड और कोल्ड ड्रिंक के अत्याधिक सेवन से बचने का भी सुझाव देते हैं। डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव लाने के बाद फायदा नहीं होने या गाइनेकोमैस्टिया का ग्रेड-3 होने पर डॉक्टर दवाएं और सर्जरी का उपयोग करते हैं।
गाइनेकोमैस्टिया की सर्जरी को दो तरह से किया जाता है जिसमें पहला लिपोसक्शन और दूसरा मेसाटेक्टोमी है। लिपोसक्शन के दौरान, सर्जन एक्स्ट्रा फैट को बाहर निकाल देते हैं। इस सर्जरी के दौरान स्तन की ग्रंथियों को नहीं हटाया जाता है। हालांकि, मास्टेक्टोमी के दौरान स्तनों की ग्रंथियों को निकाल दिया जाता है। आमतौर पर इस सर्जरी को एंडोस्कोपी की मदद से किया जाता है।
Q क्या होम्यो पैथ की दवाओं से गायनेकोमैस्टिया को ठीक किया जा सकता है?
हां, गायनेकोमैस्टिया को ठीक किया जा सकता है। इसके उपचार के अनेक तरीके मौजूद हैं जिसमें एक्सरसाइज, डाइट, दवाएं और सर्जरी शामिल हैं । और हमने होम्यो पैथ की दवाओं से इस तरह के कई मरीजों को ठीक किया है यह सर्जरी और लिपोसक्शन विधि से ज्यादा आसान है।
Q गाइनेकोमैस्टिया सर्जरी कैसे होती है?
आमतौर पर गायनेकोमैस्टिया की सर्जरी को दो तरह से किया जाता है जिसमें पहला लिपोसक्शन और दूसरा मास्टेक्टोमी है। इस सर्जरी के दौरान , स्तन के आसपास एक छोटा सा चीरा लगाकर वहां मौजूद एक्स्ट्रा फैट को बाहर निकाल दिया जाता है।
Dr khubair ahmed (sonu) Bhms H038216(lucknow) Star health and homeopathic clinic Dheakhri chauraha badhni