हीट वेव से बचने के लिए छोटे छोटे उपाय और होम्यो पैथी की दवा बहुत लाभकारी होते हैं – डा सोनू खान
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गर्मियों में सबसे बड़ा खतरा लू लगने का होता है। आज कल् अपने सिद्धर्थनगर का भी टैम्प्रेचर 45-46 रहता है।
लू चल रहे हैं ऐसे में सभी घर से बाहर निकलते सभी सावधानियों को फॉलो कर रहे हैं. पूरे कपड़े पहनने के साथ सिर ढकने और चेहरे को ढकने तक. कई बार ये सारे उपाय धरे के धरे रह जाते हैं आपको लू लग जाती है. ऐसा नहीं है कि लू व हीट स्ट्रोक (Heatstroke) केवल घर के बाहर ही लग सकता है. कभी-कभी कमरे की खिड़की से आने वाली गरम हवा से भी आपको लू लग सकता है. लू लगने पर शरीर का तापमान बढ़ा हुआ लगता है, जैसे बुखार (HeatStroke Symptoms) हो गया हो, अकड़न, दर्द और बेचैनी होती है. ऐसे में समझ नहीं आता है ।
इससे बचाव ही इसका उपचार है। खाली पेट न रहें। पानी अधिक पिएँ। सिर में टोपी पहनें, कान बंद रखें। ककड़ी,नारयिल पानी,सर्बत, प्याज, मौसंबी, मूली, दही, मठा, पुदीना, चना ,और् हरी सब्जी का भी उपयोग करें। धूप से आकर तुरन्त पानी पीना, नहाना खतरनाक है। मौसम का तापमान बढ़ने से शरीर का संतुलन बिगड़ जाता है। इस बिगाड़ का शरीर पर आंतरिक दुष्प्रभाव है लू। तेज बुखार, बेचैनी, असहनीय सिर दर्द, पेशाब न होना, शरीर में जलन, मुँह और गले में सूखापन, तीव्र अवस्था में बेहोशी इसके मुख्य लक्षण हैं। अगर लू लग ही जाए तो होम्योपैथी में इसके असरकारी उपाय हैं।