डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के क़स्बा हल्लौर मे शनिवार बाद नमाज़े सुबह मस्जिद ए सानिये ज़हरा मे आख़री नबी की बेटी बीबी फातिमा ज़हरा स अ बसिलसिला ए शहादत एक मजलिस का आयोजन किया गया जिसकी ज़ाकिरी मौलाना सैय्यद शाहकार हुसैन क़िबला इमाम जुमा जमात हल्लौर ने पढ़ा उन्होंने कहा आदम अबुल बशर है आदम के पास हर चीज है लेकिन ये मत समझ लेना कि आदम सबसे अफ़ज़ल है जनाबे आदम को फरिश्तों से आगे ले जाने वाला वो कलमा था कलमे की तफसीर पंजतन पाक है|
तमाम अम्बिया की मुश्किलात को जो आसान करें उसे कलमा कहते है अगर कोई इंसान इन मासूमीन की मार्फ़त रखता है तो उसे जहन्नम की आग से दूर रखा गया है फातिमा कहते ही उसे है जो जहन्नम की आग से बचाये |
आखिर मे मसाएब बीबी ज़हरा पढ़ा कि किस तरह बीबी ज़हरा के ऊपर जलता हुआ दरवाज़ा गिराया गया पसलिया टूट गई रसूल की बेटी को किस तरह से सताया गया मजलिस मे गिरये की सदा आने लगी मजलिस मे मौलाना मोजिज साहब अनवर अब्बास हसन मेंहदी राजू मंत्री रेहान रानू गुलाम मेंहदी कमर कसीम आदि मौजूद रहे|