गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव आंबेडकर पर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं ने तीखा विरोध प्रदर्शन किया। जिला मुख्यालय समेत कई हिस्सों में सपा कार्यकर्ताओं ने सरकार की नीतियों और भाजपा की विचारधारा पर सवाल उठाए। बी जे पी अपने आपको सत्ता में बनाये रखने के लिए किसी को भी टारगेट कर सकती है विवादित टिप्पणी देश के नुकसान की ओर बढ़ता हुवा एक और कदम है |
Team Kapilvastupost
आज जिले भर के समाजवादी पार्टी नेताओं कार्यकर्ताओं पार्टी पदाधिकारियों ने गृहमंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहब बी आर आंबेडकर पर की गयी विवादित बयान के खिलाफ मोर्चा खोला हजारों की संख्या में सपाईयों द्वारा जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया और जिलाअधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन भी दिया |
इस दौरान स पा नेता व पूर्व नगर पालिका चेयरमैन पूर्व विधानसभा प्रत्याशी ज़मील सिद्दीकी ने आरोप लगाया कि भाजपा लगातार संविधान की मूल भावना और बाबा साहब के आदर्शों पर प्रहार कर रही है। इससे समाज के कमजोर और हाशिए पर खड़े वर्गों को नुकसान हो रहा है।
ज़मील सिद्दीकी ने भाजपा की विभाजनकारी राजनीति को देश के विकास और सौहार्द के लिए घातक बताया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि बाबा साहब के योगदान को अपमानित करना देश की एकता और अखंडता पर सीधा प्रहार है।
भाजपा की नीतियों के कारण देश में सांप्रदायिकता, बेरोजगारी और आर्थिक अस्थिरता बढ़ी है। प्रदर्शनकारियों ने जोर देकर कहा कि इस तरह की टिप्पणियां समाज को बांटने का काम करती हैं और संविधान के आदर्शों के खिलाफ हैं।
भाजपा की नीतियां निजीकरण, बेरोजगारी, और महंगाई, आम नागरिकों के जीवन को कठिन बना रही हैं। ज़मील ने कहा कि बाबा साहब ने एक समतामूलक और न्यायपूर्ण समाज की कल्पना की थी, जबकि भाजपा की नीतियां सामाजिक असमानता को बढ़ावा दे रही हैं।
डुमरियागंज विधायक सैय्यदा खातून ने इस विरोध प्रदर्शन के दौरान कहा,“बाबा साहब भीमराव आंबेडकर केवल संविधान निर्माता ही नहीं, बल्कि समानता और न्याय के प्रतीक हैं। उनकी विचारधारा पर प्रहार करना देश के हर उस नागरिक का अपमान है जो लोकतंत्र और संविधान में विश्वास करता है। भाजपा की नीतियां और बयानों की राजनीति देश को विभाजन की ओर ले जा रही हैं। हम इसे हरगिज़ बर्दाश्त नहीं करेंगे।” उन्होंने भाजपा से तत्काल माफी मांगने की मांग की।
समाजवादी पार्टी जिलाध्यक्ष लाल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुवे कहाभाजपा की विचारधारा और उसके नेताओं की टिप्पणियां विपक्षी दलों को हाशिए पर डालने की रणनीति का हिस्सा मानी जा रही हैं।
लाल जी यादव ने कहा “भाजपा संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। यह सिर्फ सपा या किसी एक दल का मुद्दा नहीं है, बल्कि पूरे देश के लोकतंत्र के लिए खतरा है।” अन्य विपक्षी दलों ने भी इस मुद्दे पर अपनी चिंता जताई है और सत्तारूढ़ दल की नीतियों पर सवाल उठाए हैं।
देश को हो रहा नुकसान जिला उपाध्यक्ष इदरीस रायनी
विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुवे कहा भाजपा की विभाजनकारी राजनीति को देश के विकास और सौहार्द के लिए घातक बताया। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुवे कहा कि बाबा साहब के योगदान को अपमानित करना देश की एकता और अखंडता पर सीधा प्रहार है।
भाजपा की नीतियों के कारण देश में सांप्रदायिकता, बेरोजगारी और आर्थिक अस्थिरता बढ़ी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस तरह की टिप्पणियां समाज को बांटने का काम करती हैं और संविधान के आदर्शों के खिलाफ हैं।
प्रदर्शन के दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने गृह मंत्री अमित शाह से अपनी टिप्पणी के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की। उन्होंने भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ नारे लगाए|
बताते चलें कि सपा कार्यकर्ताओं का यह प्रदर्शन भाजपा की नीतियों और नेताओं की टिप्पणियों के खिलाफ बढ़ते असंतोष का प्रतीक है। विपक्षी दलों और आम नागरिकों ने इस बात पर जोर दिया कि संविधान के मूल्यों और बाबा साहब आंबेडकर के योगदान का सम्मान हर हाल में किया जाना चाहिए।