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गुरु जी की कलम से
बढ़नी, सिद्धार्थनगर , नगर पंचायत बढ़नी में पिछले 31 वर्षों से चली आ रही श्री श्याम फाल्गुनोत्सव भव्य निशान शोभा यात्रा सोमवार को अत्यंत श्रद्धा और भक्ति भाव के साथ निकाली गई। श्याम भक्त मंडल के तत्वावधान में आयोजित इस यात्रा में भारत और नेपाल के हजारों श्रद्धालु शामिल हुए, जिससे दोनों देशों के रिश्तों में और अधिक मधुरता आई।
शोभा यात्रा की शुरुआत बढ़नी कस्बे के राणी सती दादी मंदिर में निशान पूजन के साथ हुई। इसके बाद सैकड़ों श्रद्धालु—महिलाएं एवं पुरुष—हाथों में निशान लिए, रंगों और फूलों की बरसात के बीच नंगे पांव नगर भ्रमण पर निकले। भक्ति गीतों की मधुर धुनों पर झूमते हुए ये भक्तजन कृष्णनगर (नेपाल) स्थित श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर पहुंचे, जहां श्री खाटू श्याम प्रभु के चरणों में निशान समर्पित किया गया।
शोभा यात्रा का भव्य आयोजन और नगर भ्रमण
शोभा यात्रा में सजे हुए खाटू नरेश श्याम प्रभु की भव्य झांकी श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रही। यात्रा राणी सती दादी मंदिर से प्रारंभ होकर गोला बाजार, माल गोदाम, स्टेशन रोड और कस्टम रोड से होते हुए नेपाल सीमा पार कर श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर तक पहुंची।
इस दौरान “ये निशान खाटू वाले का, इसे हाथों में उठा लेना…”, “आज श्याम सपने में आए…” जैसे भक्ति गीतों पर श्रद्धालु झूमते रहे। अबीर-गुलाल उड़ाते भक्तों ने पूरे वातावरण को भक्ति और उल्लास से सराबोर कर दिया।
भारत-नेपाल मैत्री का प्रतीक बनी निशान यात्रा
यह वार्षिक निशान शोभा यात्रा भारत और नेपाल के बीच सांस्कृतिक और आध्यात्मिक एकता का प्रतीक मानी जाती है। इस दौरान माल गोदाम तिराहे पर श्रद्धालुओं का केसरिया गमछा पहनाकर भव्य स्वागत किया गया।
इस शुभ अवसर पर विधायक विनय वर्मा, चेयरमैन सुनील अग्रहरि, मुकेश गोयल, गुलाब चंद अग्रवाल, मनोज गोयल, बृजेश अग्रहरि, गोलू अग्रहरि, अभिषेक यादव, ध्रुव चतुर्वेदी, अखिलेश मद्धेशिया, कन्हैया लाल सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक एवं श्रद्धालु उपस्थित रहे।
बताते चलें कि श्री श्याम फाल्गुनोत्सव भव्य निशान शोभा यात्रा ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया कि श्रद्धा, भक्ति और सांस्कृतिक मेलजोल की यह परंपरा न सिर्फ आध्यात्मिक आस्था को मजबूत करती है, बल्कि भारत-नेपाल की मित्रता को भी और अधिक सुदृढ़ बनाती है।