Skip to content

• 15 मई से ककरहवा बार्डर से शुरू होगा आयात व निर्यात ,
• 29 मार्च 2016 को ही सीमा शुल्क कार्यालय की स्थापना की गयी थी
• फोटो – भारत-नेपाल सीमा का ककरहवा बार्डर का फोटो
– भारत सरकार वित्त मंत्रालय राजस्व विभाग कार्यालय आयुक्त सीमा शुल्क (निवारक) यूपी द्वारा जारी प्रेस रिलीज़
Zakir Khan
कपिलवस्तु पोस्ट
सिद्धार्थनगर। जनपद सिद्धार्थनगर के उत्तरी छोर पर स्थिति नेपाल सीमा ।ककरहवा बार्डर को ट्रेड रूट के लिए खोल दिया गया है। अब इस रास्ते आगामी 15 मई से भारत-नेपाल के बीच वस्तु आयात निर्यात शुरू हो जाएगा। जिसमें भारत से नेपाल और नेपाल से भारत में मध्य व्यापार में होगी इजाफा। व्यापारियों में खुशी।
13 दिसंबर 2022 को ही ककरहवा बार्डर को ट्रेड रूट बनाने के लिए अधिसूचना जारी कर दी गयी थी । लेकिन नेपाल से सहमति न बन पाने के कारण यहां से व्यापारिक गतिविधि नहीं शुरू हो पायी थी। इस बार्डर को ट्रेड रूट बनाए जाने से दोनों देशों के व्यापारियों को लाभ होगा। इससे दोनों देशों में व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा।
वित्त मंत्रालय राजस्व विभाग भारत सरकार ने आदेश जारी कर आगामी 15 मई से ककरहवा बार्डर के रास्ते वस्तुओं का आयात निर्यात शुरू करने का आदेश दिया है।
आदेश में बताया गया है कि ककरहवा बार्डर को ईडीआई सिस्टम के तहत भारत व नेपाल के बीच द्विपक्षीय संधियों एवं समझौतों के अंतर्गत आयात बीजकों एवं निर्यात जिकों के लिए कंप्यूटरीकृत माध्यम मालवाहन व सामान का आयात वं निर्यात सीमा शुल्क प्रणाली के तहत शुरू किया जायेगा।
सीमा शुल्क कार्यालय ककरहवा के निरीक्षक अरविंद कुमार नेगी ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार के आदेशानुसार आगामी 15 मई से ककरहवा बार्डर के रास्ते वस्तु आयात एवं निर्यात शुरू किया जायेगा।
दोनों देशों के व्यापारी सीमा शुल्क प्रणाली के तहत भारत से नेपाल तथा नेपाल से भारत में सामान का आयात निर्यात कर सकेंगे।
_____
इंसर्ट
______
29 मार्च 2016 को हुई थी कस्टम कार्यालय की स्थापना- अरविंद सिंह
__________________________
सिद्धार्थनगर। भारत नेपाल सीमा के ककरहवा बाजार
में भारतीय कस्टम के खुलने के संबंध में कस्टम के
निरीक्षक अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि बीते
29 मार्च 2016 को ही सीमा शुल्क कार्यालय की स्थापना की गयी थी।
इस बार्डर पर कस्टम कार्यालय होने के साथ ही सिर्फ यात्री वाहन, पर्यटक व बैगेज के लिए ही खोला गया था। सात वर्ष के लंबे इंतजार के बाद 13 दिसंबर 2022 को ककरहवा बार्डर को ट्रेड रूट बनाने की।अधिसूचना भारत सरकार ने जारी की, लेकिन नेपाल में कस्टम कार्यालय न खोले जाने के कारण यह आदेश धरातल पर लागू नहीं हो सका था।
कस्टम कार्यालय के नौ साल बीत जाने के बाद अब ककरहवा को ट्रेड रूट के लिए खोले जाने का आदेश जारी हुआ है।
error: Content is protected !!