कांशीराम आवास विकास कालोनी बनी नरक, मासूम की मौत के बाद भी प्रशासन बेपरवाह – व्यापार संघ अध्यक्ष अजय कसौधन ने जताई नाराजगी, बोले जल्द नहीं चेते तो होगा बड़ा आंदोलन
सिद्धार्थनगर।
नगर पालिका क्षेत्र सिद्धार्थनगर के वार्ड संख्या 19, ऑफिसर्स कॉलोनी (जगदीशपुर) स्थित कांशीराम आवास विकास कॉलोनी आज नरक का दूसरा नाम बन चुकी है। चारों तरफ गंदगी, बजबजाती नालियां, घरों में घुसता गंदा पानी और चारों ओर बीमारी का डर मंडरा रहा है। हालात ऐसे हैं कि लोग अपना घर छोड़कर जाने को मजबूर हैं, लेकिन जिम्मेदार अफसर और जनप्रतिनिधि आंखें मूंदे बैठे हैं।
7 साल की बच्ची की गई जान, गला घोंटू/संचारी बीमारी ने ली मासूम की जिंदगी
बताया जा रहा है कि चार दिन पहले कांशीराम आवास कालोनी के ब्लॉक-45 के मकान नंबर-522 में रहने वाली साहिबा परवीन पुत्री मोहम्मद अकबर (माता-शबाना) की मौत गला घोंटू/संचारी बीमारी से हो गई। लेकिन मौत के बाद भी जिम्मेदारों ने आंखें फेर ली हैं। न कोई सफाई व्यवस्था, न जलनिकासी, और न ही कोई स्वास्थ्य टीम मौके पर पहुंची।
व्यापार संघ अध्यक्ष अजय कसौधन पहुंचे मौके पर, जताया आक्रोश
बुधवार को व्यापार संघठन सिद्धार्थनगर के जिला अध्यक्ष अजय कसौधन पीड़ित परिवार से मिलने कांशीराम आवास विकास कॉलोनी पहुंचे। उन्होंने खुद बजबजाते नालों और गंदगी से पटे इलाकों में जाकर जायजा लिया। घर-घर जाकर लोगों की समस्याएं सुनीं। बच्ची की मौत पर दुख जताते हुए उन्होंने कहा, “कांशीराम आवास नरक बन चुका है। अगर प्रशासन ने तुरंत कदम नहीं उठाए तो व्यापार संघठन पूरी ताकत से सड़क पर उतरकर धरना प्रदर्शन करेगा।”
कॉलोनी में खेल के मैदान पर हो रही खेती, पार्क बना कबाड़ घर
अजय कसौधन ने बताया कि कॉलोनी के अंदर बने पार्क को कबाड़खाना बना दिया गया है। बच्चों के खेलने की जगह पर लोग सब्जी की खेती कर रहे हैं। यहां न तो बच्चों के खेलने की सुविधा है, न ही कोई विकास कार्य। कॉलोनी की हालत किसी खेत-खलिहान जैसी दिखती है।
सभासद प्रतिनिधि से मांगा जवाब, मिला उल्टा जवाब
जब अजय कसौधन ने कॉलोनी की हालत को लेकर वार्ड-19 की सभासद सरिता रस्तोगी के प्रतिनिधि सतीश रस्तोगी से फोन पर बात की, तो उन्होंने कहा, “आप होते कौन हैं? मैं आपको सभासद की कुर्सी दे देता हूं, आप ही चला लीजिए।” इस पर अजय ने कहा, “अगर जिम्मेदार नहीं चेते तो मैं डीएम से मिलकर पूरी समस्या रखूंगा। जरूरत पड़ी तो बड़ा आंदोलन होगा।”
डीएम से संपर्क की कोशिश, नहीं हो पाई बात
कॉलोनी में मौके पर मौजूद अजय कसौधन ने डीएम सिद्धार्थनगर डॉ. राजा गणपति आर से फोन पर बात करने की कोशिश की, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि जल्द डीएम से मिलकर आवास कॉलोनी की भयावह हालत से अवगत कराया जाएगा।
2007 में बना था आवास, आज हुआ बदहाल
गौरतलब है कि 2007 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती द्वारा गरीबों और वंचितों को सस्ते मकान देने के उद्देश्य से कांशीराम आवास योजना शुरू की गई थी। सिद्धार्थनगर में भी करीब 1000 आवास बने थे, जिनमें गरीबों को बसाया गया। शुरुआत में कॉलोनी सुंदर और व्यवस्थित थी, लेकिन आज वहां नरकीय हालात हैं।
जिम्मेदार कौन?
अजय कसौधन का बड़ा सवाल है कि आखिर इस दुर्दशा का जिम्मेदार कौन है? नगर पालिका, जिला प्रशासन या जनप्रतिनिधि? उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर समस्याओं का समाधान जल्द नहीं हुआ तो आंदोलन होगा, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन और नगर पालिका की होगी।
बाइट: अजय कसौधन, जिला अध्यक्ष, व्यापार संघठन सिद्धार्थनगर
“कांशीराम आवास विकास कॉलोनी नरक में बदल चुकी है। सात साल की मासूम की मौत हो चुकी है। चारों तरफ गंदगी और बीमारी का डर है। जिम्मेदार आंखें मूंदे बैठे हैं। अगर तुरंत व्यवस्था नहीं सुधरी तो हम सड़क पर उतरेंगे। पूरी कॉलोनी को साथ लेकर आंदोलन होगा।