सिलिंडर विस्फोट में शोहरतगढ़ के दो युवकों की मौत पांच गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती , लोगों ने छत से कूद कर बचाई अपनी जान
विशाल दूबे
दिल्ली के पीरागढ़ी गांव में शुक्रवार देर रात छोले-भटूरे बनाने की तैयारी के दौरान रसोई गैस सिलेंडर में अचानक आग लग गई। आग में झुलसकर सात लोग घायल हो गए। जिसमें दो की हालत गंभीर बनी हुई है। सिलेंडर में आग लगने के बाद आग भूतल पर बने कमरे में फैल गई और धुंआ पांच मंजिला इमारत को अपने चपेट में ले लिया। धुंआ फैलने से इमारत में अफरा-तफरी मच गई। जान बचाने के लिए कुछ लोग पहली मंजिल से कूद गए।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आग लगने की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय थाने की पुलिस और दमकल की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंच गई, लेकिन तब तक स्थानीय लोगों ने आग पर काबू पा लिया था। पुलिस ने घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस मामला दर्ज कर आग से हुए नुकसान का आकलन कर रही है। साथ ही इस बात की भी जांच कर रही है कि किसकी लापरवाही से हादसा हुआ है।
स्थानीय पुलिस अधिकारीयो के अनुसार आग में झुलसे लोगों की पहचान उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थ नगर जिला के शोहरतगढ़ थाना अंतर्गत स्थित छतरी गांव के निवासी रतन, करण, रमेश, हरिओम, पवन, सिकंदर और शबीर के रूप में हुई है। रतन अपने गांव के रहने वाले छह अन्य लोगों के साथ पीरागढ़ी गांव के एक कमरे के मकान में किराए पर रहता है और इलाके में छोले-भटूरे बेचने का काम करता है। चार मंजिला इमारत में अन्य किराएदार रहते हैं। जबकि मकान मालिक अवतार अपने दूसरे मकान में रहता है।
शुक्रवार देर रात करीब ढ़ाई बजे रतन और उसके साथी छोला-भटूरे बनाने की तैयारी कर रहे थे। गैस चूल्हा जलाने के लिए जैसे ही लाइटर जलाया, अचानक रसोई गैस सिलेंडर ने आग पकड़ ली। आग तेजी से कमरे में फैल गई और कमरे में रखे अन्य सामान में आग लग गई। आग की लपट और बुझाने के क्रम में सातों लोग झुलस गए। धुआं धीरे-धीरे उपरी मंजिल की ओर फैलने लगा।
इसके बाद पांचों फ्लोर पर अफरा-तफरी मच गई। यहां रहने वाले लोग सीढ़ी के सहारे नीचे उतरने की कोशिश करने लगे, लेकिन धुआं ज्यादा होने के कारण वह ऐसा नहीं कर पाए। पहले तल से कुछ लोगों ने नीचे कूदकर अपनी जान बचाई। आग देख पड़ोसियों ने पानी मारकर आग बुझाने लगे और किसी ने घटना की सूचना पुलिस व दमकल विभाग को दी। दमकल कर्मियों ने सिलिंडर में लगी आग को बुझाया और इमारत में फंसे लोगों को बाहर निकाला। सभी घायलों को पास के अस्पताल में पहुंचाया।
सीढ़ी सकरी होने की वजह से लोगों को हुई मुश्किलें
स्थानीय निवासी राहुल ने बताया कि आग लगते ही शोर शराबा होने पर वह भागकर मौके पर पहुंचा। उसने देखा की भूतल के कमरे में आग लगी है और कमरे में रहने वाले लोग सिलिंडर में लगी आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं। तब तक आग कमरे में फैल चुकी थी और ऊपर की मंजिलों में धुंआ भर गया था। जिसकी वजह से उपर रहने वाले लोग बाहर निकालने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन इमारत की सीढ़ी सकरी और भूतल में फैले घुंआ की वजह से वह नहीं निकल पा रहे थे।
कुछ लोगों ने पहली मंजिल से छलांग लगाकर अपनी जान बचाई। हालांकि स्थानीय लोगों ने कुछ देर में आग पर काबू पा लिया, लेकिन तब तक कमरे में मौजूद सात लोग आग के चपेट में आकर झुलस चुके थे।
इस विभितश घटना में पवन और रोहन की मौत हो चुकी है। घटना से छतहरी गांव में दुख का माहौल है।