पोखरे में विषाक्त पदार्थ डालने से मरी मछलियां,जानवरों को नहलाने तक के लिए मुसीबत झेल रहे ग्रामीण
जहां एक तरफ सरकार पोखरे को साफ सुंदर कर सरोवर का दर्जा देने हेतु प्रयासरत है वहीं कतिपय पोखरा पट्टाधारक खुद ही पोखरों में अनर्गल क्रिया कलाप से आम जनता को मुसीबत में डाल रहे’जनता कार्यवाही के आस में
महेंद्र कुमार गौतम बांसी,सिद्धार्थनगर
बांसी तहसील के अंतर्गत विकास खंड मिठवल के ग्राम पंचायत कटसरया खुर्द में पोखरे के पट्टा धारक का शर्मनाक कृत्य सामने आया है।
ग्रामीणों के अनुसार पट्टा धारक ने पोखरे की सफाई के नाम पर पूरे पानी अज्ञात विष डाल दिया जिस से सारी मछलियां मरकर बाहर तैर रही हैं जिसके सड़न से बदबू भी आ रही और संक्रामक रोग भी फैलने का डर है।
पोखरे के बिल्कुल सटे सरयू नहर की भी शाखा है जिसमे कई महीनो से पानी ही नही है।ऐसे में ग्रामीणों के पास पशुओं को नहलाने पानी पिलाने का एक ही चारा उपरोक्त पोखरा था।जिसमे जहर पड़ने से वो और भी खतरनाक हो गया है।
इस संबंध में जब पट्टा धारक पलटू पुत्र गोगे से बात करना चाहा तो वो गांव या घर भी नही मिले,बाद में पता चला की पलटू तहसीलदार बांसी के यहां खाना बनाता है।नाम और वीडियो रिकॉर्ड करने और अपनी पहचान छिपाने के शर्त पर एक व्यक्ति ने कहा कि अक्सर हमेशा ये तहसीलदार का नाम लेकर जमीनी विवाद,अकारण झगड़ा फसाद करता ही रहता है। तहसीलदार के यहां खाना बनाने के नाम पर इसका यही बरताव और दबंगई हमेशा चलती है जिस कारण इसके खिलाफ तहसील स्तर से कोई भी कार्यवाही नही होती।जिसका आज यही नतीजा निकल कर सामने है।उसने यह भी कहा की आज जो पोखरे में दवा डाली गई है वो भी कतिपय लोगो को फंसाने की साजिश भी हो सकती है। उपरोक्त स्थिति में उक्त व्यक्ति ने कपिलवस्तु पोस्ट से बात करते हुए कहा की ऐसी स्थिति की जांच जिलाधिकारी महोदय द्वारा करा कर तत्काल कार्यवाही होनी चाहिए क्योंकि तहसील स्तर से इसका कुछ नही कोई कर सकता।