पुण्यतिथि पर सिद्दत से याद किए गये साधुशरण चौरसिया
devendra srivastav
उसका बाजार सिद्धार्थनगर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक, जनसंघ के संस्थापक सदस्य एवं भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रांतीय परिषद सदस्य स्मृतिशेष स्वर्गीय साधु शरण चौरसिया की पंद्रहवीं पुण्यतिथि-श्रद्धांजलि सभा का अयोजन मंगलवार को स्थानीय नगर स्थित
भारतीय जनता पार्टी के कैम्प कार्यालय पर किया गया।जिसमें पार्टी कार्यकर्ताओं व स्नेहीजनों में श्रद्धा सुमन अर्पित किया।इस मौके पर लोगों ने पार्टी एवं समाज के हित में उनके द्वारा किए गए कार्यों का उल्लेख कर उन्हें नमन किया।भजपा के मण्डल अध्यक्ष जगदीश प्रताप जायसवाल ने कहा ऐसी बिभूतिया बिरले पैदा होती है,जिनमे समाजसेवा और राष्ट्रसेवा का जज्बा हो।इन्हीं लोगों के द्वारा लगाया बृक्ष आज विशालकाय बटबृक्ष के परिणाम स्वरूप देश व प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार है।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व चेयरमैन हेमंत कुमार जायसवाल ने कहा स्व.साधूशरन चौरसिया ने हमेशा जनहित की लडाई लडे।उनका व्यकितत्व क्षेत्र में एक निष्ठावान, ईमानदार पार्टी व सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में रहा।
वह अपने स्वच्छ, ईमानदार और संघर्षशीर्ल व्यक्तित्व के लिए हमेशा याद किये जायेंगे।इसी क्रम में स्वर्गीय साधूशरन चौरसिया के जेष्ठ पुत्र व भाजपा निवर्तमान जिला मंत्री और अखिल भारतीय आदर्श चौरसिया महासभा के जिलाध्यक्ष शिव शरन चौरसिया ने अपने पिता की स्मृतियों को ताजा करते हुए बताया कि 1951 मे 15 वर्ष की अल्पायु मे ही समाजसेवा के प्रति समर्पित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गये और 1953 मे डा.श्यामा प्रसाद मुखर्जी को जम्मूकश्मीर मे गिरफ्तारी के बिरोध मे अंदोलन मे सामिल हुए अपना प्रतिनिधित्व और संघर्ष शुरू किया।
वर्ष 1957 मे भारतीय जनसंघ के तहसील संगठन मंत्री बनाए गए।1958 मे नौगढ़ तहसील घेरो अंदोलन,नौगढ़ तहसील में बाढ़,सुखा और अकाल पड़ा था।अंदोलन का संचालन भूमिगत हो कर स्व.हरिश्चंद्र श्रीवास्तव पूर्व वित्त मंत्री कर रहे थे सभी कार्यकर्ताओं को बन्दी बनाकर बस्ती जेल भेज दिया गया।इस दौरान बस्ती जेल में पंडित दीनदयाल उपाध्याय, नानाजी देशमुख आदि महान विभूतियों के संपर्क में आये।उन्नीस सौ साठ के दशक में वर्तमान में सन्तकबीरनगर से विधानसभा चुनाव लडने का निर्देश मिला था परन्तु पारिवारिक कारणों से चुनाव न लडने का फैसला किया।
1990 श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में जेल में रहे।इन सभी संघर्षों ने स्वर्गीय चौरासिया को संग़ठन और समाज दोनों के लिए आदरणीय और अविस्मरणीय बना दिया।श्रद्धान्जलि सभा को जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि उपेंद्र सिंह, राजेन्द्र पान्डेय आदि ने भी संबोधित करते हुए समाज और राष्ट्र हित वक़् सजग प्रहरी बताया। इस अवसर पर भाजपा नेता जयप्रकाश पान्डेय, सुरेन्द्र पान्डेय,सत्यम पान्डेय, उनके साथ अपने अनुभव को व्यक्त किए, इस अवसर पर प्रतिनिधि मा.विधायक श्यामधनी राही, सत्यप्रकाश राही, दयाराम लोधी,सत्यप्रकाश वर्मा, विशाल अग्रहरि,रामदरश त्रिपाठी, सुरज मोदनवाल,सत्यम पान्डेय,चन्द्रभान पहलवान, मनोज गुप्ता, फुलचन्द सहानी,रामयण मिश्रा,धर्मेन्द्र पान्डेय,रुपेश सिंह, अभय श्रीवास्तव,राजाराम लोधी, रामभरोस चौहान,पूर्व नगर अध्यक्ष श्याम सुंदर मित्तल, सब्लु सहानी,प्रवेश शुक्ला, रजत तिवारी, रवि पान्डेय, गोलू सिंह,
दिनेश जायसवाल, वासुकीनाथ चौरसिया, धर्मेन्द्र चौरसिया, अभिषेक चौरसिया आदि ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया।