सिद्धार्थ नगर – नदियों में उफान कई गांव में पानी भरा

सद्दाम खान / इन्द्रेश तिवारी

सिद्धार्थनगर। लगातार बारिश से जिले में नदियां उफना गई हैं। बूढ़ी राप्ती और घोघी नदी खतरे के निशान से ऊपर बहने लगी हैं। राप्ती, बानगंगा और कूड़ा नदी भी लाल निशान के करीब पहुंच गई है। नदियों के आसपास के गांवों के लोग बाढ़ की आशंका से सहमे हुए हैं। बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि अक्तूबर में पहली बार बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई है।


बूढ़ी राप्ती नदी का जलस्तर खतरे के लाल निशा 85.650 से 0.710 मीटर ऊपर बह रही है। बृहस्पतिवार को जहां बूढ़ी राप्ती नदी का जलस्तर 84.940 मीटर था, वहीं शुक्रवार को बढ़कर 86.360 मीटर हो गया। जबकि राप्ती नदी और बानगंगा, नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी से आसपास के ग्रामीण बाढ़ की त्रासदी की आशंका से दहशत में हैं।जोगिया, उसका, बढ़नी, इटवा व डुमरियागंज क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांवों के लोगों का कहना है कि वर्षों बाद अक्तूबर में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। बाढ़ पीड़ित रामप्रसाद, हरिशंकर, खलीकुर्रहमान, सर्वदीन का कहना है कि पहले बारिश न होने से किसान सूखे की त्रासदी झेले, अब अतिवृष्टि और बाढ़ की समस्या झेल रहे हैं।


नदियों का जलस्तर मीटर में
नदी खतरे का निशान शुक्रवार का जलस्तर
बानगंगा 93.42 92.10
राप्ती 84.900 84.030
बूढ़ी राप्ती 85.650 86.360
कूड़ा नदी 83.520 82.490
घोघी 87.00 87.30
तेलार नाला 87.500 86.60
जमुआर 84.89 82.15

बाढ़ के पानी से घिरे कई गांव

तुलसियापुर शोहरतगढ़ तहसील के खैरी शीतल प्रसाद ग्रामसभा के कई टोले एक बार फिर बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। शुक्रवार को बूढ़ी राप्ती व घोरही नदी के तलहटी में बसे ग्राम पंचायत खैरी शीतल प्रसाद के करौता, टीकर , झूँगाहव ,नकोलेडीह, पन्नापुर और तालकुंडा के तमकुहवा टोले बाढ़ के पानी से घिर गये।

नकोलेडीह के लोगों को नाव से आवागमन करना पड़ रहा है। जबकि पन्नापुर और तमकुहवा मार्ग भी पानी में डूब गया है। यहां के लोगों को घुटने भर पानी में आवागमन करना पड़ रहा है। करौता टोले में बाढ़ का पानी आ गया है और कई घर पानी से पूरी तरह घिर गये हैं। एसडीएम शोहरतगढ़ उत्कर्ष श्रीवास्तव, नायब तहसीलदार गौरव कुमार, लेखपाल पंचमलाल पटेल ने क्षेत्र का दौरा किया।

बूढ़ी राप्ती कर रही कटान

शोहरतगढ़ क्षेत्र के तौलिहवा गांव के इटहिया टोले के पास बूढ़ी राप्ती नदी की कटान से एक बार फिर से झुंगहवा-झुलनीपुर मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है, रोड पर पानी की धार बह रही है जिससे आवागमन बंद हो सकती है। अगर यह मार्ग बंद हुआ तो कई गांव प्रभावित होंगे। तौलिहवा के चौधरी निसार अहमद, कुंजी, रामधनी, रफीक, हेतु ने जिलाधिकारी से मार्ग की मरम्मत कर आवागमन बहाल करने की मांग की है।

अगर कटान रोकने का कोई उपाय नहीं किया तो यह मार्ग बंद हो जाएगा। पीडब्ल्यूडी के जेई संतोष मणि त्रिपाठी ने बताया कि जानकारी मिली है। विभाग आवागमन के लिए अस्थाई व्यवस्था कर रहा है।

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