मछली पालन में लोगों का बढ़ रहा है रूझान ,मछली पालन से किसानों को अतिरिक्त आय

मछली पालन का बनेगा बोर्ड : जिलाधिकारी संजीव रंजन

अकरहरा गांव ने मछली पालन का दिखाया रास्ता

निज़ाम अंसारी

सिद्धार्थनगर। जनपद कृषि प्रधान है यहां गेहूं और चावल की प्रमुखता के साथ पैदावार होती है पिछले लगभग 5 वर्ष में लोगों का रूझान बड़ी।तेजी से फिश फार्मिंग की तरफ बढ़ा है पिछले 5 वर्ष में जिले में इसके उत्पादकों की संख्या कई सौ गुना बढ़ गई है जनपद से दूसरे जिलों को इसका निर्यात भी प्रचुर मात्रा में होता है यह भी अब किसानों की आय का बड़ा स्रोत माना जाता है।
जिले को मछली पालन का हब बनने का रास्ता साफ हो गया है। बढ़नी के अकरहरा गांव में मछली पालन के लिए लगभग 17 करोड़ रुपये के 23 प्रोजेक्ट स्वीकृत हुए हैं।
मछली पालन करने वाले किसानों का बोर्ड गठित करने की योजना पर काम हो रहा है।

इसके लिए जिलें में अकरहरां गांव मछली पालन कां मॉडल बन गया है, जबकि अन्य क्षेत्रों में मछली पालन बड़े पैमाने पर किया जा रहा है।
अकरहरा के आमिर खान के अनुसार लगभग सात हजार एकड़ में मछली पालन हो रहा है। मछली पालन से हजारों किसान जुड़े हुवे हैं।

अच्छा खासा आय अर्जित कर रहे हैं। पिछले वर्ष लगभग 12 हजार मीट्रिक टन का उत्पादन हुवा था जबकि वर्तमान समय में यह दुगुने से भी अधिक उत्पादन होने का अनुमान है।

सहायक मत्स्य अधिकारी पुष्पा रानी तिवारी के अनुसार इस वर्ष 34,500 एमटीं मछली का उत्पादन और 3.46 करोड़ रुपये का टर्नओवर हो रहाहै। सहायक मत्स्य अधिकारी पुष्पारानी तिवारी ने बताया कि जिले
में मछली पालन करंने वाले किसानों की संख्या और रकबा दोनों बढ़ रहा है।


मछली पालन से किसानों की तरक्की की उम्मीद बढ़ गई है। मछली पालन का बनेगा बोर्ड : जिलाधिकारी संजीव रंजन ने कहा कि मछली पालन के लिए बोर्ड गठित करने की योजना बनाई गई है। बोर्ड के माध्यम से मछली की कीमत तय होगी, जबकि किसानों को सस्ता दर पर मछली बीज मिलने का रास्ता भी साफ हो जाएगा। बोर्ड नई योजनाओं को लागू करने और भविष्य की योजनाएं बनाने का कार्य करेगा।

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