सिद्धार्थ विश्वविद्यालय – दो छत्राओ शुभ्रा और मधुलिका को मिला दुबारा गोल्ड मेडल
स्नातक में हासिल किया था गोल्ड मेडल और पुनः प्रस्नातक में हासिल किया गोल्ड मेडल
kapilvastupost reporter
सिद्धार्थनगर। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु सिद्धार्थनगर के छठवें दीक्षांत समारोह में दो बेटियों शुभ्रा एवं मधुलिका सिंह ने लगातार दुबारा गोल्ड मेडल प्राप्त कर अपने कॉलेज एवं अपने परिजनों का मान बढ़ाया है।
गोण्डा जिले की नारायणपुर नानकार, मसकनवा की रहने वाली व एम एल के पीजी कालेज बलरामपुर की छात्रा शुभ्रा ने 2018 में बीकॉम में सर्वश्रेष्ठ अंक प्राप्त कर राज्यपाल के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया था। फिर दो वर्षों का उन्होंने एलीमेंट्री एजुकेशन में डिप्लोमा किया। और फिर एम कॉम में प्रवेश लेकर 2022 में एमकॉम में सर्वोच्च स्थान प्राप्त कर दुबारा गोल्ड मेडल प्राप्त किया।
शुभ्रा ने राष्ट्रीय सहारा से बात करते हुए बताया कि गुरुजनों एव परिजनों का इसी तरह से मेरे ऊपर आशीर्वाद बना रहे। मेरी इस उपलब्धि का श्रेय भी मेरे गुरुजनों एव मेरे माता पिता को जाता है। उन्होंने बताया कि उनके पिता अनिल कुमार त्रिपाठी केंद्रीय विद्यालय श्रावस्ती में क्रीड़ाध्यक्ष है। उन्होंने बताया कि वे प्रशासनिक सेवा जाकर देश की सेवा करना चाहती है।
उन्होंने छात्र छत्राओ को सन्देश दिया कि यदि हम ठान ले मंजिल पाने के लिये तो निश्चित ही मंजिल मिल जाती है। इसीतरह सभी विद्यार्थियों को प्रयास करके सर्वोच्च अंक लाना चाहिए जिससे उन्हें भी दीक्षांत समारोह मे मुख्य अतिथि द्वारा गोल्ड मेडल प्राप्त हो।
वही पण्डित अम्बिका प्रताप नारायण पीजी कालेज हरिहरपुर डुमरी संतकबीरनगर की छात्रा मधुलिका सिंह 2019 में बीएड में सर्वोच्च अंक प्राप्त कर राज्यपाल के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त की थी। और 2022 में भी एमएड में सर्वोच्च अंक हाशिल कर गोल्ड मेडल प्राप्त किया।
मधुलिका सिंह ने बताया कि उनके सफलता का श्रेय उनके गुरुजनों एव उनके माता पिता को जाता है। उन्होंने बताया कि लगातार उनके पिता जी एवं गुरुजनों के निर्देशो का पालन करते हुए यह सफलता मिली है। इसलिए गोल्ड मेडल का श्रेय उनके उनके गुरुजनों एवं माता पिता को जाता है। और वो शिक्षक बन शिक्षण करना उनका उद्देश्य है। इनके पिता डॉ. संतोष कुमार सिंह रतन सेन पीजी कालेज बांसी में बीएड विभाग में प्रवक्ता है।