जीवन में सुख शांति समृद्धि यश और पापों से मुक्ति के लिए धर्म के बताये मार्ग पर चलें – कथा वाचक संतोष शुक्ला
संजय पाण्डेय
खुनुवां
महला चौराहा पर आयोजित श्रीमद भागवत कथा के छठवें दिन श्रीकृष्ण के बाल रूप लीला की सुंदर झांकी प्रस्तुत की गयी इस आयोजन से जनता में उत्साह है इस दौरान कथा वाचक संतोष शुक्ला ने कहा कि मनुष्य को जाति – पाति और ऊंच नींच की खाई को पाटते हुए एक दूसरे की भावनाओं की कद्र करनी चाहिए ।
ऐसा करने से समाज में फैली कुरितियां समाप्त होती हैं और सभी पापों से छुटकारा मिलता है। उन्होंने कहा भगवान श्रीराम ने जूठे बैर खाकर ऊंच नींच की खाई को पाटकर समाज को संदेश दिया । अपने कर्म से मनुष्य महान बनता है । छूआ छूत का भेदभाव मिटाकर एक दूसरे की भावनाओं का आदर करना चाहिए । सभी धर्म और जाति को अपने से ऊपर उठकर धार्मिक आयोजन कराते रहना चाहिए।
इससे समाज में फैली कुरितियां खत्म होती हैं। कथा मात्र सुनने से सभी कष्ट दूर होते हैं। भगवान श्रीकृष्ण ने प्रेम और त्याग का संदेश पूरे ब्राहमांड को दिया।प्रेम के वचन से हारी हुई बाजी मनुष्य जीत जाता है । संगीतकार अरविंद शास्त्री , हीरालाल शास्त्री अजय कुमार के संगीतमयी भक्ति धून पर श्रोता पूरी रात्रि भक्तिरस में गोता लगाते रहे।एक से बढ़कर एक सुंदर भजन प्रस्तुत कर लोगों का मनमोह लिया । इस दौरान केशव प्रसाद वर्मा , इन्द्रेश चौरसिया ,जीतेन्दर यादव ,लल्लू मिश्रा, उमाकांत शुक्ला,पप्पू शुक्ला अरविंद चौधरी जैसराम, राघवेन्द्र द्विवेदी, राधेश्याम, राहुल चौधरी आदि मौजूद रहें।