

उन्होंने कहा कि दहेज लेना तथा देना दोनों कानूनी अपराध है आज हमें संकल्प लेना चाहिए की हम अपनी बेटियों एवं बेटों की शादी बिना दहेज के करेंगे। इसमें बेटियों को भी आगे आना चाहिए जिससे दहेज प्रथा को खत्म किया जा सके।
दहेज के प्रति अन्य लोगों को भी जागरूक करें यदि लोगों द्वारा ऐसा किया जाएगा तो दहेज कुप्रथा धीरे-धीरे खत्म हो जाएगा। उपस्थित लोगों को दहेज निषेध अधिनियम के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दिया गया।
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