जल जमाव से निचले इलाकों में प्रधानममंत्री आवास योजना के लाभार्थियों का मकान अधर में रास्ते और निकासी नाली नहीं होने से बढ़ते लागत मूल्य से जनता में आक्रोश
निज़ाम अंसारी
आदर्श नगर पंचायत शोहरतगढ़ में धर्मशाला वार्ड के अंतिम छोर पर बसे निवासियों को नगर पंचायत की मूलभूत सेवाओं का टोटा है इस वार्ड के अंतिम छोर और खुनुवां बाई पास रोड पर बसे पप्पू पटवा के मकान के पीछे आबादी की जमीनें हैं जहाँ गरीब अपना आशियाना बनाने को व्याकुल हैं धर्मशाला वार्ड में एक बड़ा सा नाला है जिससे आधे शहर का पानी बाई पास रोड पर जाकर ख़तम होता है अंतिम छोर की आबादी का आना जाना इसी नाले से होकर होता है |
नाले के दायें तरफ की आबादी की जमीन है जिस पर कई लाभार्थियों के मकान बनने हैं इन जमीनों पर पहुँचने के लिए एक अदद कच्चा रास्ता है भी तो वह नाले से लगभग एक मीटर नीचा है जिससे होकर किसी तरह से लोग अपने आवास के लिए सरिया गिट्टी ,सीमेंट ईंटें मुश्किल से धोकर ले जा पाते हैं जिससे उनकी मजदूरी का खर्च बढ़ रहा है |
इसके बावजूद भी नाले के दक्षिण तरफ की आबादी की जमीन नाले के बीचों बीच से टूट जाने के के कारण पानी भरा हुवा है और दलदलीय भी हो गया है जिससे इस भूमि का विकास हो पाना सम्भव नहीं है उपर से वर्षा ऋतू का मौसम है 15 जून से बरसात का अनुमान है ऐसे में कल्पना की जा सकती है कि निचले जमीनों से पानी का निकास कैसे होगा जबकि बाई पास के किनारे किनारे नाले के पानी निकल जाते थे और अब नाले की जगहों पर मिट्टी का पटान हो गया है |
आबादी के बीचों बीच से नाले के टूटने से निचले इलाकों में जलजमाव की विकट स्थित बनी हुई है – संजीव जैसवाल
सभासद संजीव जैसवाल का कहना है कि जल जमाव लोगों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है। आधे शहर का पानी धर्मशाला वार्ड में बने इसी नाले से होकर जाता है इस नाले के बीचों बीच से तोड़ दिए जाने के कारण धर्मशाला के पीछे बसे लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही है सारा पानी अब आबादी की निचली जमीनों में भर गया है और यह बढ़ता ही जा रहा है जिस कारण लोगों को अपनी जमीनों पर निर्माण कार्य करने में बाधा उत्पन्न हो रही है यदि बरसात हो गया तो स्थित और विकट होने वाली है |
जलजमाव की इस समस्या से निजात दिलाने को लेकर प्रशासन का ध्यान कई बार स्थानीय लोगों के द्वारा आकृष्ट कराया गया है, लेकिन प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं है। कई महीनों से इस समस्या को उठाया जा रहा है लेकिन प्रशासनिक स्तर पर इस समस्या के समाधान के लिए कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया है। जिससे यहां के लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त है। बारिश के दौरान जलनिकासी की कोई व्यवस्था नहीं रहने से जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
रविवार को हुए बारिश के कारण जल-जमाव की समस्या को देखा जा सकता है। जलजमाव का मुख्य कारण जलनिकासी की कोई व्यवस्था नहीं होना है। बारिश के दौरान इलाके जलमग्न हो जाते हैं। पानी निकासी के लिए नालियां या ड्रेनेज सिस्टम नहीं होने के कारण सड़कें जलमग्न हो जाती हैं।
जून का महीना है शासन की तरफ से सभी नाला नालियों की साफ़ सफाई और दवा का छिडकाव होना है इन दिनों बीमारियाँ भी अपने चरम पर होती है जल जमाव से बीमारी उत्पान होने का खतरा लगातार बना हुवा है निचले इलाकों में जगह-जगह जलजमाव होने से लोगों को तमाम समस्याओं से जूझना पड़ा। सभी नालों की सफाई कार्य पूरा न होने से नगर पंचायत के जलनिकासी की पोल खुल गई।
जलजमाव से स्थानीय लोगों मं दिखा आक्रोश
कवरेज के दौरान मौके पर स्थानीय निवासियों द्वारा कड़ा विरोध दर्ज कराया गया लोगों के अनुसार वह नगर पंचायत के मूल निवासी होते हुवे भी उनके मोहल्ले में विकास कार्य नहीं करवाया गया जलनिकासी की व्यवस्था और रास्तों की तकलीफ से आम लोग जूझ रहे हैं |
जलजमाव वाले इलाकों के लिए क्या कोई मास्टर प्लान बनाया गया
निचले इलाकों में हो रहे जलजमाव व उससे उत्पन्न होने वाली बीमारियों के लिए रिपोर्टर ने नगर पंचायत शोहरतगढ़ के अधिशाषी अधिकारी नवीन कुमार सिंह से बात करने पर उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में है नाले की सफाई करवा दी गई है यदि पानी का दबाव बना रहता है तो नाले के अंतिम किनारे बाई पास रोड पर स्थित स्ट्रक्चर और मिट्टी पटान को हटवाया जाएगा रही बात रास्ते की तो वह भी जल्दी ही नगर पंचायत निर्माण कराएगा।