मार्कसवादियों ने रैली निकाल कर राष्ट्रपति को सम्बोधित मांग पत्र एसडीएम को सौंपा
विशाल दुबे
बीते दिनों भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के पदाधिकारियों ने राष्ट्रपति भारत सरकार को संबोधित एक माँग पत्र उप जिलाधिकारी शोहरतगढ उत्कर्ष श्रीवास्तव को सौंपा है। इस अवसर पर वरिष्ठ मार्कशवादी नेता श्याम लाल शर्मा ने कहा है कि वर्षो से असहाय अल्पसंख्यक समुदाय का खुलेआम उत्पीड़न किया जा रहा है।
गरीबों के कल्याण के लिए संचालित योजनाओं का लाभ पूर्ण रूप से उन्हें नहीं मिल रहा है बल्कि इन गरीबों के लिए संचालित योजनाओं का लाभ बिचौलियों के जेब में चला जाता है। हर तरह से गरीबों का शोषण किया जा रहा है। कहीं रिपोर्ट लगाने के नाम पर लेखपाल हजारों रूपए रिश्वत मांगते हैं तो कहीं प्रधान व ग्राम पंचायत सचिव मनरेगा मजदूरी शौचालय आवास का अवमुक्त धन ही हड़प जाते हैं।
हालांकि बड़े पैमाने पर शिकायत दर्ज कराने पर इन पर गाज भी गिरती है, जैसा कि अभी एक लेखपाल को निलंबित किया गया है। हर विभाग में भ्रष्टाचार का बोल बाला है । मांग पत्र के मुताबिक अल्पसंख्यक समुदाय का उत्पीड़न बंद किया जाए, गरीबों मजदूरों को उनका हक दिलाया जाए, मनरेगा योजना के तहत दी जा रही मजदूरी बहुत कम है, जिससे घर गृहस्थी चलाना मुश्किल हो रहा है, जिसे देखते हुए मजदूरी 600रूपए प्रति दिन दिया जाए ।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार किया जाए । थानों एवं तहसीलों में पीडितों का शोषण न हो और न्याय मिले एसी व्यवस्था कराने की कृपा की जाए। आदि माँग मार्कशवादी पदाधिकारियो द्वारा की गई है। इस मौके पर सैय्यद नौशाद अली परमीला विद्रोही पूर्णमासी सावित्री राम सेवक गुप्ता अनवारुल्लाह त्रिभवन यादव केशवराम जोगिंदर राम दयाल सूरज गीता सूर्य मती सुनीता ममता गायत्री संगीता गंगा राम डा0 अब्दुल जब्बार अंसारी चिनकी कान्ती मालती प्रकाश भारती आदि मार्कशवादी मौजूद रहे।