ओमिक्रान वैरिएंट के संबंध में कोविड अस्पताल के अधिकारी ने परखी जिला अस्पताल के प्रीड्रियाटिक वार्ड में देखी तैयारी
ओमिक्रान वैरिएंट पॉजटिव मरीज अन्य किस बीमारी से पीडि़त है, इसकी जानकारी भी चिकित्सकों ने लिया। इसके बाद मरीज को वेटिंलेटर पर रखना है या नहीं इस पर भी चर्चा की गई। मरीज को ऑक्सीजन की जरूरत है या फिर सामान्य तरीके से भर्ती करना है। कहीं मरीज को रेफर करने की जरूरत तो नहीं है यह सब मॉकड्रिल में देखा गया।
जे पी गुप्ता
सिद्धार्थनगर।
कोरोना की तीसरी लहर ओमिक्रान वैरिएंट के संबंध में स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है। कोविड अस्पताल के लिए नामित नोडल अधिकारी डॉ. आरके तिवारी ने शुक्रवार को मॉकड्रिल के दौरान तैयारी को परखा। जिला अस्पताल के प्रीड्रियाटिक वार्ड में नये वैरिएंट के कोविड पॉजिटिव मरीज को भर्ती करने से पहले चिकित्सकों की टीम ने मरीज को ट्रायज कार्नर में रखा। उसकी कंडीशन देखी और इसके बाद भर्ती किया।
कोरोना की दूसरी लहर खत्म होने के बाद तीसरी लहर की आहट देख स्वास्थ्य विभाग ने वैरिएंट से लड़ने की तैयारी पूरी की है। तीसरी लहर में बच्चों पर अधिक खतरा बताया गया है, इसे देख विभाग ने 400 बेड के बंदोबस्त किए हैं। जिले के कोविड अस्पतालों के लिए बस्ती जिले से डॉ. आरके तिवारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। उन्होंने मॉकड्रिल के दौरान पूर्व में दो बार हुए मॉकड्रिल में अधूरे मिले कार्यो के पूरे होने की जानकारी ली। मॉकड्रिल में मरीज को ऑक्सीजन की जरूरत न होने पर सामान्य बेड पर रखा गया। इस दौरान चिकित्सकों के निर्देश पर अन्य जांच कराते हुए उपचार शुरू किया गया। मरीज अधिक गंभीर न होने से उसे बड़े सेंटर के लिए रेफर नहीं किया गया। इस दौरान डब्लूएचओ के एसएमओ डॉ अनार सिंह धाकड़ व यूनीसेफ के डीएमसी अमित शर्मा ने मॉकड्रिल की बारीकियों को देखा। जरूरत वाले जगहों पर सलाह भी दी। इस दौरान प्राचार्य डॉ. सलिल कुमार श्रीवास्तव, सीएमएस डॉ. नीना वर्मा, डॉ. संजय गुप्ता, डॉ. कनिका और डॉ. शैलेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे |