सिंचाई विभाग द्वारा बोरे में मिटटी भरकर ठोकर निर्माण को लेकर वीडियो वायरल कर जिम्मेदारों पर उठ रहे सवाल

ozair khan

शोहरतगढ़ विधान सभा क्षेत्र अंतर्गत राप्ती नदी के तटबंधों के किनारे बसे गाओं में पिछले वर्ष अक्टूबर में आयी भीषण बाढ़ ने कोहराम मचा रखा था गाओं की सड़कें तक बाढ़ की कटान से ख़तम हो गयी हैं |

जिलाधिकारी सिद्धार्थ नगर संजीव रंजन द्वारा बाढ़ बचाव के इंतजामों पर इस बार भी प्रयास सुरु हो गए हैं जिसके क्रम में एक बार फिर भरस्टचार का वही पुराण खेल चालू हो गया है पिछली बाद में विभाग द्वारा पस्टिक की बोरियों में मिटटी डालकर ठोकर निर्माण कराया गया था वह दस मिनट भी बाढ़ को नहीं रोक पाए थे |

इस बार भी उसी तरह से बोर में  मिटटी डालकर ठोकर निर्माण विभाग द्वारा काम कराया जा रहा है जिसको लेकर ग्रामीण भड़क गए हैं | ग्रामीणों ने पात्र लिखकर और वीडियो वायरल कर धांधली को रोके जाने की मांग की है |

जिस को विधायक विनय वर्मा ने संज्ञान लेते हुवे कहा कि हमारे शोहरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत बूढ़ी राप्ती नदी में हुए ठोकर के कार्य में हुई गड़बड़ी की सूचना मुझे क्षेत्र की जनता से मिली है। सिंचाई विभाग द्वारा ईंट के ठोकर की जगह मिट्टी का ठोकर लगाना पूर्णरूपेण ग़ैर ज़िम्मेदाराना कार्य है।

आश्चर्य की बात है कि हमारे विधानसभा में होने वाले ऐसे कार्यों के बारे में उस विधानसभा का विधायक होने पर भी मुझे सिंचाई विभाग द्वारा सूचित नहीं किया जा रहा है। हालाँकि, इस कार्य में हुई अनियमितता की सूचना हम तत्काल प्रभाव से कमिश्नर(बस्ती) ज़िलाधिकारी सिद्धार्थनगर और सीडीओ सिद्धार्थनगर और एसडीएम (शोहरतगढ़) को लगातार कर रहा हूँ उसके बावजूद भी अगर कोई कार्यवाही नहीं होती है को इसकी पूर्ण ज़िम्मेदारी सिंचाई विभाग की होगी।

साथ ही बाढ़ के दौरान अगर नदी से सटे गाँवों में क्षति होती है तो इसका पूर्ण जिम्मेदार सिंचाई विभाग और जिला प्रशासन होगा। एक विधायक होने के नाते मेरी जनता के प्रति जबावदेही सुनिश्चित है और ऐसे में बिना मेरे संज्ञान के ग़लत ठेकेदारों व अधिकारियों द्वारा ऐसे संवेदनशील विषयों पर मनमाने बिलिंग पैसा उगाही के लिए और टेंडर इस्टीमीट के साथ गलत कार्य हो रहे हैं तो यह बहुत निराशाजनक है।

अगर मिट्टी का ही ठोकर लगाना था तो हमारे ग्रामीण ख़ुद ही वो कार्य कर सकते थें।हमारा निरंतर जनता के साथ संवाद होने से हमें क्षेत्र की सारी सूचनाएँ मिल जाती है लेकिन अधिकारियों व विभागों द्वारा हमें ऐसी सूचनाओं से वंचित किया जाता है। ये सारे गड़बड़झाले सिंचाई विभाग के एक्सइएन और उनकी टीम के द्वारा किया जा रहा है।

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09:44