सिद्धार्थनगर – डी एम की अध्यक्षता में बाढ़ से आम जनता की सुरक्षा एवं बाढ़ से निपटने हेतु भावी योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर बैठक विनय वर्मा ने 16 बिन्दुओं पर कार्यवाही की मांग

जाकिर खान 

बुद्धवार को जनपद सिद्धार्थनगर अंतर्गत कलेक्ट्रेट सभागार में जिले में बाढ़ की समस्याओं तथा उसके निवारण हेतु ऐहतियातों को बरतने एवं आम जनता की सुरक्षा एवं बाढ़ से निपटने हेतु भावी योजनाएँ के क्रियान्वयन को लेकर आयोजित बैठक में शोहरतगढ़ के लोकप्रिय विधायक विनय वर्मा सहित जिले भर के प्रतिनिधि बैठक में शामिल हुवे |

इस दौरान ज़िलाधिकारी संजीव रंजन के नेतृत्व में जनपद के अन्य जनप्रतिनिधों के साथ-साथ बाढ़ से संबंधित विभागों के अधिकारियों की उपस्थिति रही।

बैठक में चर्चा-परिचर्चा के दौरान विधायक विनय वर्मा ने क्षेत्र में बाढ़ को लेकर आवश्यक विकास कार्यों के संबंध में लिखित विवरण पत्र सिद्धार्थनगर जिलाधिकारी को पुनः दिया है जिसकी कॉपी नीचे दी गई है।

परिचर्चा के दौरान विधायक विनय वर्मा ने कहा कि उनके  विधानसभा क्षेत्र का दो तिहाई हिस्सा लगभग हर वर्ष बाढ़ से प्रभावित रहता है। विगत वर्ष आयी बाढ़ से कटान / बचाव से संबंधित कुछ कमियों की तरफ कुल 16 बिन्दुओं पर जिलाधिकारी का ध्यान आकर्षित कराया जिसपर त्वरित कार्यवाही की मांग भी की |

1. झुगहवा-झुलनीपुर मार्ग को इटहिया टोले के बाद बूढ़ी राप्ती नदी ने वर्ष 2021 में काट दिया था। लगभग डेढ़ वर्ष से चार पहिया वाहनों का आगमन पुरी तरह से बंद है। दो बार आपको लिखा भी गया है लेकिन मार्ग पर आवागमन शुरू नहीं हो पाया।

2. कठेया- तुलसीपुर मार्ग को अक्टूबर 2022 से आई बाढ़ ने मटियार टीले के पास तीन जगहों पर काट दिया था केवल मिट्टी भर कर ऊपर से खड़जा लगाकर आवागमन शुरू करवा दिया गया था। लेकिन स्थाई समाधान नहीं किया गया। अगर अबकी बार बाढ आई तो मार्ग व आसपास के टोलों को बचा पाना मुश्किल हो जायेगा।

3. बढ़नी ब्लाक के खैरी शीलत प्रसाद के टीकर व करौता टोले के बीच यह रही घोरही नदी की कटान से पुल व खेतों को बचाने के लिए काम चलाऊ प्रयास किया गया। बाढ़ समाप्ति के बाद पुन: कोई प्रयास न तो सिंचाई विभाग द्वारा और न ही लो०नि०वि० द्वारा किया गया।

4.डुमरियागंज ढेबरुआ मार्ग पर बाढ़ की चपेट में आने से मुहचुरूवा घाट पर पुल के दक्षिणी छोर पर कटान हुआ था, तब कटान रोकने के लिए अस्थाई बचाव कार्य किया गया लेकिन बाद समाप्ति के बाद कोई भी स्थाई रूप से मरम्मत कार्य नहीं किया गया।

5. बढ़नी ब्लाक के महादेव बुजुर्ग गांव से टीसम होते हुए धनौरी जाने वाले मार्ग पर घोरही नदी पर बना पुल पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। इस पुल का बनाया जाना अति आवश्यक है।

6.बढ़नी ब्लाक से खैरी शीलत प्रसाद के मुरखनडीह व तलकुण्डा के तमकुहवा टोले में बाढ़ के समय बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं है। दोनों टोलों में मार्ग निर्माण की अत्यन्त आवश्यकता है।

7. बजहा में जिला कार्यक्रम समन्वयक के द्वारा बजहा सागर डिसिल्टिंग व अवगीर नहर के 37. 40 लाख रूपये का दो किमी दूरी पर पूर्व में कराये गये पुनरुद्धार कार्य के नाम पर 40 प्रतिशत धन अवमुक्त हो चुका है लेकिन जब हमने स्थलीय निरीक्षण किया तो कोई भी कार्य वहां पर हुआ नहीं मिला।

8. बहजा सागर की डिसिल्टिंग व रामनगर के 1.700 किमी का 38.92 लाख रूपये लागत का पुनरुद्धार कार्य के लिए 40 प्रतिशत धन अवमुक्त हो चुका है। लेकिन जब हमने निरीक्षण किया तो कोई भी कार्य वहां पर हुआ नहीं मिला।

9.जोगिया ब्लाक के गुलरहिया व महरथा के बीच में रैटहोल व कटान की मरम्मत कार्य

10.जोगिया ब्लाक के गुलरहिया व बैलीहवा के बीच कटान का मरम्मत कार्य।
11. जोगिया ब्लाक के बैरिहवा जोकि बूढी राप्ती नदी के तटबंधों के बीच में हैं। ग्राम पंचायत के ग्रामीणों के साथ-साथ पशुओं को भी वहां से निकालकर सुरक्षित जगह पर प्रतिस्थापित किया जाये ।

12. इटवा ब्लाक के कठेला क्षेत्र में सोनबरसा से खखरा तब बना बांध जर्जर एवं असुरक्षित हो

13. विगत वर्ष आई भीषण बाढ़ के मद्देनजर इस वर्ष आने वाली संभावित बाढ़ से प्रभावित गांवों के लोगों व उनके द्वारा पालित पशुओं को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर प्रतिस्थापित करके
एवं उनके भोजन व पशुओं के चारे की व्यवस्था की जाए।

14. उपजिलाधिकारी एवं तहसीलदार शोहरतगढ़ को लगातार बाढ़ से हुए नुकसान व संभावित बाढ़ की स्थिति के बारे में अवगत कराना चाहते है। लेकिन उन्होंने गंभीरता नहीं दिखाई। इसी प्रकार सिंचाई व लो०नि०वि० विभाग भी पूरे साल केवल खानापूर्ति करता रहा। मैंने स्वयं आपसे भी इस संबंध में बाढ़ बचाव के प्रति गंभीरता से बात किया लेकिन कोई स्थाई कार्य नहीं हुआ।

15.विगत वर्ष अक्टूबर माह में आई बाढ़ में शोहरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र में कई गांव मैखंड घोषित हुए थे लेकिन अधिकतर मैरूड गावों के पीड़ित किसानों के बैंक खातों में बाढ़ राहत सहायता जो शासन द्वारा स्वीकृत की गयी धनराशि नहीं पहुंची और उपजिलाधिकारी / तहसीलदार की लापरवाही से कई पीड़ित किसानों के पैसे गलत खातों में स्थानांतरित कर दिया गया। शिकायतों के बावजूद आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी। मैंने इस संबंध में आपको सूचना पूर्व में भी दिया था, लेकिन जांच नहीं हुआ। पुनः आपसे आग्रह है कि इसकी भी जांच शीघ्र ही की जानी चाहिए और किसानों के खातों में बाढ़ राहत का धन भिजवाकर हमें भी उसकी सूची उपलब्ध करायी जाये जिससे परेशान किसानों को उसकी जानकारी हमारे स्तर से उपलब्ध करा दी जाये।

16.आपके पत्रांक 568 / राहत लिपित / 2023-24 दिनांक 12 जून 2023 के तहत लगभग पहली बार संभावित बाद 2023 के दृष्टिगत बचाव एवं राहत कार्यों पर विचार विमर्श हेतु समीक्षा बैठक आयोजित की गयी है। हमारे द्वारा पूर्व में भी आपको उपर्युक्त सभी समस्याओं व लापरवाहियों की सूचना जानकारी समय से दी गयी थी लेकिन उसका कोई लाभ बाढ़ से प्रभावित गावों के पीड़ित किसानों / ग्रामीणों को नहीं हुआ।

विधायक ने अपनी मांगों को दोबारा जिलाधिकारी को इस विश्वास से यह पत्र दिया है कि इस पर आप द्वारा गंभीरता से विचार करते हुए कार्यवाही की जाएगी एवं कृत कार्यवाही से मुझे भी अवगत कराया जायेगा।