मुददा गरम है – नेपाल जा रही भारतीय वाहनों से परमिट के नाम पर अवैध वसूली का खेल

नेपाल में भंसार कार्यालय पर ही रूट परमिट बनाने की व्यवस्था क्यों नहीं जब सारे कागजात पहले ही बनाये जाते हैं तो रूट परमिट कि भी व्यवस्था पहले क्यों नहीं ?

जिम्मेदार अधिकारीयों के इंटरेस्ट न लेने से पिछले तीन वर्षों से इस मुद्दे पर बात आगे नहीं बढ़ सकी

team kapilvastupost 

सिद्धार्थनगर ।बढ़नी। भारत से नेपाल जाने वाले चार पहिया वाहन दोपहिया वाहन से रूट परमिट के नाम पर नेपाल ट्रैफिक पुलिस द्वारा 1000 से लेकर ₹2000 तक वसूली करने का मामला प्रकाश में आया है कतिपय ट्रैफिक पुलिस द्वारा भारतीय यात्रियों के शोषण के साथ-साथ ट्रैफिक पुलिस और नेपाल का छवि धूमिल करने में लगे हैं।

हालांकि यात्रियों की शिकायत करने के बावजूद भी कोई कार्यवाही ना होने का आरोप भारतीय वाहन मालिकों ने लगाया है। जानकारी के मुताबिक प्रतिदिन भारत के कई जिलों से बढ़नी बॉर्डर के रास्ते और खुनवा के रास्ते कई दर्जन दो पहिया चार पहिया वाहन का भंसार करवा कर बाबा प्रभु नाथ सुपा देवलाली परिवार के साथ दर्शन के लिए जाया जाता है |

जिला बलरामपुर थाना पचपेड़वा निवासी ने बताया कि हम लोग परिवार के साथ चार पहिया वाहन से बाबा प्रभुनाथ के दर्शन के लिए नेपाल गए थे कि रास्ते में भारतीय वाहन को देखकर चेकिंग के नाम पर रूट परमिट मांगा जाता है नहीं दिखाने पर नेपाल ट्रैफिक पुलिस द्वारा कानून को ताक पर रखकर 1000 से 2000 भारतीय रुपए की डिमांड की जाती है |

पैसा नहीं देने पर ट्रैफिक पुलिस द्वारा वाहन को वापस भारत ले जाने की बात कही जाती है। जिससे अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है गत दिनों भारत के सिद्धार्थनगर जिला थाना कोलावरा क्षेत्र से दो चार पहिया से अपने परिजनों को घुमाने के लिए सुपा देवलाली मंदिर दर्शन के लिए गए थे |

परिजनों ने बताया कि आधे रास्ते में पहुंचे ही थे कि ट्रैफिक पुलिस द्वारा चेकिंग के नाम पर वाहन को रोका गया गाड़ी का आरसी डीएल भंसार इंश्योरेंस और वाहन में सीमित सवारी बैठे हुए थे उसके बावजूद ट्रैफिक पुलिस द्वारा परमिट मांगा गया बातचीत के दौरान भारतीय वाहन चालक व मालिक ने बताया कि जिस तरह भारतीय वाहन नेपाल में जाने से पूर्व भंसार करवाकर प्रवेश करते हैं |

ठीक उसी तरह अगर रूट परमिट का जो शुल्क है नेपाल भंसार कार्यालय पर नेपाल सरकार द्वारा व्यवस्था करना चाहिए और रूट से ज्यादा वसूलने वाले ट्रैफिक पुलिस पर कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भारतीय वाहन मालिकों का शोषण बंद हो उन्होंने बताया कि यदि बाबा प्रभु नाथ और सुखराली जाने वाले मार्ग पर रूट परमिट नहीं है |

तो नेपाल के शासन प्रशासन के उच्चाधिकारियों को मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्यवाही करनी चाहिए ताकि नेपाल और ट्रैफिक पुलिस की छवि धूमिल होने से बच जाए।