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सी एच सी बेवा अधीक्षक पद पर तैनात रहे डॉक्टर श्रवण तिवारी पर महिला कर्मचरियो ने अभद्र व्यवहार को लेकर शिकायत की गयी थी जिस पर जाँच चल रही थी जाँच के दरम्यान ही डॉक्टर को अधीक्षक पद से हटा दिया गया था जाँच अभी पूरी भी नहीं हुई कि फिर से तैनाती को लेकर श्रवण तिवारी एक साथ ही सी एम ओ ऑफिस एक बार फिर चर्चा में आ गया है |
नए वाले सी एम ओ साहब पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर कौन से कारण हैं जिनकी बुनियाद पर श्रवण तिवारी की तैनाती सी एच सी बेवा पर कर दी गयी क्या जिले में और कहीं नहीं है सी एच सी विवादित डॉक्टर को फिर से बेवा पर तैनाती क्यों ?
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सिद्दार्थनगर – डुमरियागंज तहसील के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेवा की महिला स्वास्थ्य कार्यत्रियों द्वारा अधीक्षक श्रवण कुमार तिवारी के विरुद्ध सिकायत किया गया था |
मा0 राज्य महिला आयोग एवं जिलाधिकारी महोदय द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में शिकायती प्रकरण की जांच के लिए दो सदस्य जांच टीम गठित की गई थी 21, 9, 2023 को जाँच टीम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेवा ( डुमरियागंज) पहुंची तो वहां महिला स्वास्थ्य कर्मी मीटिंग हॉल में उपस्थित थी |
जिन से शिकायती प्रकरण में पूछताछ किया जाना था परन्तु अधीक्षक श्रवण कुमार तिवारी द्वारा महिला कर्मचारियों से पहले से हस्ताक्षर कराकर अपने पक्ष में लिखित बयान ले लिया गया था अधीक्षक श्रवण कुमार तिवारी द्वारा इस बयान को ही अधिकारिक मान कर जाँच पूरी करने के लिए दबाव बनाया जाने लगा |
जांच अधिकारी डा० संजय गुप्ता उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने अपने समक्ष महिला स्वास्थ्य कार्यत्रियों के लिखित बयान लिए लिखित बयान में महिला स्वास्थ्य कार्यत्रियों द्वारा श्रवण कुमार तिवारी के विरुद्ध की गई लिखित शिकायत 23.8.2023 की पुष्टि की गई तथा उन के द्वारा यह भी लिखित रूप से बयान दिया गया की उक्त शिकायती पत्र पर उन्होंने पूरे होशो हवास में व बगैर किसी दबाव के हस्ताक्षर किए |
इस के बाद श्रवण कुमार तिवारी द्वारा फोन करके यह कहां जाने लगा कि ए, एन, एम, का यह बयान गलत हैं और ए एन एम को बयान बढकर सुनाये बिना उन से धोखे से हस्ताक्षर कराए जा रहे हैं उन्होंने फिर से सभी ए एन एम का बयान लिखवाया है इसे ही अधिकृत बयान माना जाए |
इस कारण श्रवण कुमार तिवारी दबाव बनाकर जांच कोअपने तरीके सेअपने पक्ष में करने व जांच को प्रभावित करने की कोशिश की गईअभी जांच पूरी नहीं हुई है जांच प्रक्रिया आगे जारी रहनी है परंतुअधीक्षक द्वारा 21.9.2023 रात्र 10:15 बजे एक अन्य व्यक्ति के साथ मुख्य चिकित्सा अधिकारी के आवास पर आ गए|
अधीक्षक के आने की सूचना पर मेरे द्वारा दरवाजा खोल दिया गया श्रवण कुमार तिवारी कमरे के अंदरआकर ए एन एम से स्वयं के स्तर से कराए गए हस्ताक्षर युक्त बयान कोअधिकृत बयान मान कर जांच प्रक्रिया पूरी करने का दबाव बनाने लगे |
दबाव बनाने के लिए उन के द्वाराअमर्यादित व अशोभनीय व्यवहार व वार्ता लाप किया गया तीन पृष्ठों का एक पत्र पढ़ने के लिए दबाव बनाया गया की इसे पढ़ लो यादि मेरी बात नहीं मानी गई तो यह पत्र उच्च अधिकारियों व माननीय स्वास्थ्य मंत्री को प्रेषित कर दिया जाएगा मेरे यह कहने पर कि आप पत्र रख दें मैं बाद में पढ़ लूंगा |
उन्होंने तुरंतु पढ़ने के लिए दबाव बनाया जब मेरे द्वारा मना किया गया तो उन्हों ने डराने के लिए बाहर कार में बैठे दूसरे व्यक्तिको बुला लिया तथा मुझे कहा कि इन्हें समझाओ यह हमें प्रताड़ित कर रहे हैं फिर उस व्यक्ति द्वारा भी मुझे अनर्गल बातें कहीं जाने लगी तब अपनी सुरक्षा पर खतरा महसूस होने लगा |
कि यह दोनों मारपीट करने की नीयत से आए हैं तब किसी तरह उन्हें कमरे से बाहर ले जाकर मैं अंदर आयाऔर जल्दी से कमरा बंद कर लिया अधीक्षक श्रवण कुमार तिवारी द्वाराअपने नियंत्रणअधिकारी से इस प्रकार का व्यवहार करना घृणित व अक्षम्य हैं इस प्रकार माननीय महिला आयोग एवं जिला अधिकारी महोदय के निर्देश पर प्रचलित जांच प्रक्रिया को अपने पक्ष में प्रभावित करने हेतु अधीक्षक द्वाराअनुचित दबाव बनाया गया|
अपने उच्च अधिकारियों से अर्मयादित आचरण किया गया तथा रात में अधोहस्ताक्षरी के आवास परअजनबी के साथ आकरअभद्रता कर भैय पैदा करने की कोशिश की गई अधीक्षक श्रवण कुमार तिवारीअपने नियंत्रण अधिकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी के साथ ऐसा व्यवहार कर सकते हैं तो निश्चित रूप सेअपने अधीनस्थोंके साथ दबाव बनाकर जांच प्रक्रिया को प्रभावित करने में सफल हो सकते हैं |
उपरोक्त परिस्थितियों में श्रवण कुमार तिवारी कोअधीक्षक पद से पद मुक्त करने का निर्णय लिया गया था महिला कर्मचारियों ने बताया कीअभी जांच चल रही है मगर फिर से इनको तैनात कर दिया गया है |
अभी हम लोगों के साथ उत्पीड़न बंद नहीं हुआ हैअगर इनका रवैया यही रहा तो .मैं खुदकुशीकर सकती हूं क्यों कि जिला अधिकारी महोदय मुख चिकित्सा अधिकारी महिला आयोग को शिकायत की है उस के बाद भी कोई कार्रवाई न करके इन को फिर से उत्पीड़न करने के लिए यहां तैनात कर दिया गया है |
जब इस संबंध में जिला अधिकारी महोदय से बात की गईतो उन्होंने बताया ए मामला संज्ञान में है सही करेंगे जांच होने के बाद जो तथ्य सामने आएगा कार्रवाई की जाएगी।
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