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kapilvastupost
परासी नाले में शनिवार को डूबकर दो किशोरियों की हुई मौत से पूरे रमवापुर गांव में मातम पसरा हुआ है। परिवारीजनों में जहां कोहराम मचा हुआ है, वहीं मासूम बेटियों को खोने का गम गांव के हर चेहरे पर है। घटना को कोई भुला नहीं पा रहा है।
डूबने से बची तीसरी किशोरी बेसुध है, वह कुछ बता नहीं पा रही है। उसके आंखों से सिर्फ सहेलियों के खोने के गम आंसू बह रहे हैं। ग्रामीणों के मुताबिक साबिरा, रेशमा और शाहिदा तीनों हमजोली सहेलियां थी। कहीं पर वह जाती थी तो एक साथ जाती आती थी।
शनिवार को भी तीनों एक साथ परासी नाले पर झाडू बनाने के लिए खरपतवार काटने के लिए गई हुई थीं। किसी को नहीं पता था कि मासूम बेटियों के साथ इतना बड़ा हादसा हो जाएगा। परासी नाले में डूबने से साबिरा और रेशमा की मौत होने के बाद से पूरे गांव में मातम छाया हुआ है।
मृतक किशोरियों के घर पहुंचकर नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पाण्डेय व पूर्व सांसद भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी ने ढांढस बंधाया
नाले में डूबकर दो किशोरियों की मौत की जानकारी मिलने पर नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पाण्डेय ने रमवापुर का दौरा किया। उन्होंने मृतक किशोरियों के परिवारीजनों से मिल कर इस विपदा से निपटने का ढांढस बंधाया। कहा, हर सम्भव मदद दिलाएंगे।
को कोई भुला नहीं पा रहा है। साबिरा तीन बहनों व दो भाइयों में सबसे होनहार थी। इसी तरह रेशमा भी तीन बहनों और पांच भाइयों में काफी होनहार थी।
पूर्व सांसद ने दिया मदद का आश्वासन
किशोरियों की डूबने से हुई मौत की जानकारी पर संतकबीरनगर के पूर्व सांसद भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी ने भी रमवापुर का दौरा किया। उन्होंने भी मृतक किशोरियों के परिवारीजनों से मिल कर शोक जताया। साथ ही हर संभव मदद का भरोसा दिया।
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