सिद्धार्थनगर। शहर की मैन लाइन खजुरिया रोड पर प्रशासन ने लगभग तीन महीने पहले स्थाई रूप से अतिक्रमण को हटाने के लिए एक अभियान चलाया था जिसमें कुछ परिवार के लोगों के मकान को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया शेष दर्जनों मकानों के उपर बुलडोजर की कार्यवाही की गई थी ।
खजुरिया रोड पर लक्ष्मी किनारे के दो तीन मकानों को जो चेतावनी और समय दिया गया था वह एक दम से खतम हो गया है।
तीन महीने में भी पूरी तरह से अतिक्रमण न हटा पाने वाला प्रशासन बिजली विभाग के हाथ खड़े कर देने के बाद मंगलवार को हरकत में आ गया। एसडीएम ने मौके पर पहुंच कर लाल निशान लगाकर अतिक्रमणकारियों को हटाने के लिए 24 घंटे का वक्त दिया है।
जिसके क्रम में आज प्रशासन के लोगों ने स्थाई अतिक्रमण हटाने के लिए जे सी बी लगाकर अभियान चलाया जा रहा है मौके पर पुलिस बल लगाकर कार्यवाही की जा रही है।
बताते चलें कि शहर की लाइफ लाइन कही जाने वाली खजुरिया रोड का चौड़ीकरण होना है। सड़क पर इतना अधिक अतिक्रमण था कि प्रशासन ने करीब तीन माह हुए कई लोगों के पक्के मकान व दुकानों को ध्वस्त कर दिया था लेकिन कुछ पर दरियादिली दिखा कर उसे छोड़ दिया था।
रोड चौड़ीकरण में सबसे बड़ी बाधा बिजली के पोल हैं जिन्हें शिफ्ट करने के लिए नगर पालिका द्वारा 44 लाख रुपये का बिजली विभाग को भुगतान भी किया जा चुका है।
बिजली विभाग पोल शिफ्ट कराना चाह रहा है लेकिन अतिक्रमण कई जगहों से नहीं हटने पर वह अपने काम नहीं कर पा रहा है। उसने पूरी तरह से अतिक्रमण साफ होने के बाद ही पोल शिफ्ट करने को कहा तो प्रशासन हरकत में आ गया।
मंगलवार को एसडीएम ललित कुमार मिश्र खजुरिया रोड राजस्व कर्मियों के साथ पहुंचे और दोबारा पैमाइश कर लाल निशान लगवा दिया। अतिक्रमणकारियों को चौबीस घंटे में अतिक्रमण हटाने का अल्टीमेटम भी दिया।
इस दौरान कुछ लोगों ने अतिक्रमण हटाने के लिए लाल निशान लगाने का विरोध किया लेकिन उनका विरोध प्रशासन के आगे काम नहीं आया। अतिक्रमण वाले हिस्सों पर लाल निशान प्रशासन द्वारा लगाकर चौबीस घंटे में हटाने का अल्टीमेटम दे दिया गया है। एसडीएम ललित कुमार मिश्र ने कहा कि सड़क चौड़ीकरण में अतिक्रमण बाधा बन रही है उसे हटाया जाएगा। पैमाइश कराकर लाल निशान लगा दिया गया है।