तस्करों ने बार्डर किनारे बनें पिच सड़क को तोड़कर बनाया तस्करी के लिए रास्ता
@ बार्डर पर निगरानी में लगें सुरक्षा एजेंसियों को सड़क टूटनें का नहीं हुआ एहसास
Kapilvastupost
शोहरतगढ़ थाना क्षेत्र के भारत नेपाल सीमा से सटे करहिया गांव के पास बनें पक्की सड़क को तस्करों ने तोड़कर नेपाल जानें का रास्ता बना लिया और प्रशासन को पता तक नहीं चला,जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
भारत नेपाल सीमा से सटे गांवों के लोगों को आने-जाने के साथ सुरक्षा एजेंसियों को बार्डर पर गस्त करनें के लिए सरकार ने बहुत पहले पिच सड़क बनवायी थी।
इसी सड़क से लोग अपने गंतव्य तक की यात्रा करते थे,अब बार्डर डबलपमेन्ट के तहत सुरक्षा एजेंसियों व लोगों के लिए नयी सड़क बन गयी जिससे लोगों का आना-जाना अब इसी नयी सड़क से है।
पुरानी पिच रोड़ का इस्तेमाल ज़्यादातर नेपाली नागरिक या फिर तस्कर व उस सड़क के किनारे बसे गांव के लोग करते हैं। क्षेत्र के सीमाई गांव करहिया के पूरब नो मेन्स लैण्ड से सटे पिच रोड़ को तोड़कर तस्करों ने अपने बाइक के लिए रास्ता बना लिया जिससे बाइक पर तस्करी का सामान सीधे नेपाल पहुंच जाये।
नेपाल के गांव कचरिहवा व भारतीय गांव करहिया के बीच पक्की सड़क है। सड़क के किनारे नोमेन्स लैण्ड नाले का रुप ले लिया है जिससे तस्करों को बाइक से भारी भरकम सामान खाद,प्याज, लेहसुन, कपड़ा आदि वस्तुओं को तस्करी के रूप में ढोने के लिए असुविधा हो रहा था क्योंकि सड़क नालें से ऊंचा है।
इसलिए तस्करों ने सड़क कों तोड़कर अपना रास्ता आसान कर लिया अब भारी भरकम सामान लेकर सीधे नेपाल के कचरिहवा गांव के रास्ते नेपाल जा सकतें हैं।
अब सबसे बड़ी बात सुरक्षा एजेंसियों के लिए है जहां खुनुवा चौकी की पुलिस,एसएसबी, कस्टम निरंतर बार्डर पर फ्लैग मार्च करने की दावा करती रहतीं है ऐसे में तस्करों ने कैसे पक्की सड़क को खोद डाला ये बड़ा सवाल है।
सीमाई क्षेत्र के गांवो के लोगों ने तरह तरह के सवाल उठा रहे हैं जिसका चर्चा चारों तरफ हो रहा है।