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डी.एम. डॉ. राजा गणपति आर के द्वारा भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए किए गए कार्यों की सराहना करना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने प्रशासन में पारदर्शिता और निष्पक्षता को बढ़ावा दिया। उनकी पहल से सरकारी योजनाओं का सही तरीके से क्रियान्वयन हुआ और जनता को लाभ मिला। भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी कठोर नीतियों ने अधिकारियों और कर्मचारियों में ईमानदारी की भावना जागृत की। उनके नेतृत्व में प्रशासनिक कार्यप्रणाली में सुधार हुआ और जनता का विश्वास बढ़ा।
kapilvastupost
खेसरहा क्षेत्र के विशुनपुर मुस्तहकम गांव में विकास कार्यों में अनियमितता का जिक्र करते हुए ग्राम प्रधान की संलिप्तता की शिकायत पर हुई जांच के दौरान अधिकांश मामले सही पाए गए ।
इस संबंध में ग्राम प्रधान को 15 दिन के भीतर जवाब देने के लिए पत्र जारी किया गया था। जवाब न मिलने पर डीएम डॉ. राजागणपति आर ने ग्राम प्रधान के प्रशासनिक एवं वित्तीय अधिकार पर रोक दिया गया है।
ग्राम निधि के खाता संचालन के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। पंचायत सचिव के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई के लिए जिला विकास अधिकारी को निर्देशित किया गया।
डीएम की ओर से खेसरहा ब्लॉक के ग्राम पंचायत विशुनपुर मुस्तहकम की ग्राम प्रधान लक्ष्मी देवी को जारी नोटिस में अवगत कराया था कि शिकायती पत्र की जांच जिला विकास अधिकारी से कराई गई। प्रथम दृष्टया अधिकांश अनियमितताएं पाई गई है।
लिहाजा ग्राम प्रधान के पद के वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकारों पर रोक लगाने समेत ग्राम प्रधान के दायित्व संचालन के लिए ग्राम पंचायत के निर्वाचित सदस्यों में से तीन सदस्यों का कमेटी का गठन किया जाना प्रस्तावित है।
डीएम ने जांच आख्या के आधार पर प्रत्येक बिंदुओं का जवाब 15 दिवस में साक्ष्यों समेत लिखित स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया था। जवाब संतोषजनक न होने पर तीन सदस्यीय कमेटी के खाता संचालन की कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी थी।
जवाब संतोषजनक न मिलने पर ग्राम प्रधान के वित्तीय अधिकार को सीज कर दिया है। जबकि ग्राम विकास अधिकारी संदीप सिंह के खिलाफ अनुशासिनक कार्रवाई करने के लिए जिला विकास अधिकारी को निर्देशित किया है।
जिला विकास अधिकारी गोपाल प्रसाद कुशवाहा की ओर से वित्तीय अनियमितता पर पंचायत सचिव संदीप कुमार सिंह को भी नोटिस देते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया था |
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