विकासखंड बढ़नी – सिसवा उर्फ शिव भारी में आवास योजना में गड़बड़ी, शिकायत के बाद भी कार्रवाई अधर में!”

गुरु जी की कलम से

राम किशोर पुत्र सुखराज ग्राम सिसवा उर्फ शिवभारी विकासखंड बढ़नी ने शिकायत किया था कि उनके आवास का पैसा जिम्मेदारो द्वारा ‌उनके खाते में न डालकर के दूसरे के खाते में डाल कर गोल माल किया गया है
उक्त प्रकरण की जांच परियोजना निर्देशक जिला विकास अभिकरण सिद्धार्थनगर द्वारा 27.11.2024को किया गया था।

जांचो परान्त पाया गया कि श्री राम किशोर पुत्र सुखराज के नाम से स्वीकृत आवास का पैसा ‌ उनके खाते में नहीं गया है आवास का पैसा गलत ढंग से श्री राम किशोर पुत्र सुखराज के नाम से आए हुए आवास का पैसा रामकिशोर पुत्र जलाथर के बैंक खाते में अन्तरित करके आवास को पूर्ण कराया गया।
उस समय उक्त ग्राम सिसवा उर्फ शिव भारी की ग्राम पंचायत सचिव श्रीमती सुमन पटेल थी।

परियोजना निदेशक महोदय द्वारा जिलाधिकारी महोदय सिद्धार्थनगर की सेवा में श्रीमती सुमन पटेल तत्कालीन पंचायत सचिव सिसवा उर्फ शिव भारी 120000.00 की वसूली हेतु पत्र प्रेषित किया गया है।

बताया जाता है की वर्तमान में श्रीमती सुमन पटेल विकासखंड शोहरतगढ़ में तैनात है।

आवास योजना में गोलमाल की इंक्वारी साहब को है बैंक स्टेटमेंट की इंतजारी

बताया जाता है कि उक्त ग्राम में पुजारी नाम के दो व्यक्ति है श्री पुजारी पुत्र रामधनी एवं श्री पुजारी पुत्र दुखी मौके पर पुजारी पुत्र रामधनी का बैंक पासबुक उनके परिजनों द्वारा साहब को नहीं दिखाया गया जिससे गोलमाल की बात स्पष्ट नहीं हो पाई सब का मानना है की पासबुक मिलने पर ही स्पष्ट हो पाएगा की आवास का पैसा उनके खाते में गया है कि नहीं गया है मतलब साहब इंक्वारी के लिए बैंक स्टेटमेंट की इंक्वायरी कर रहे हैं।

बताया जाता है कि पात्र व्यक्तियों का आवास जब दिया जाता है तो उसकी एक सूची बनती है जिसका रिकॉर्ड साहब के पास है भेड़िया समय बात समझ में नहीं आ रही है की आवास का पैसा जो दिया गया उसकी सूची साहब के पास कैसे नहीं है साहब यह चाहते त तो उसे वर्ष आवास का पैसा किस-किस के खाते में गया है इसकी सूची निकाल करके मिलान कर लेते तो वास्तविकता स्पष्ट हो जाती

कर्मचारी की महिमा आवास का पैसा देते देते सूची में
बाप बदल जाते हैं

ग्रामीणों का आरोप है कि कर्मचारी एवं जिम्मेदारों की मिली भगत से आवास का पैसा देते समय बहुत से लोगों का नाम तो वही रखा लेकिन उनके बाप को बदलकर पैसे का ट्रांसफर कर दिया जिससे जिसने आवाज बनाया नहीं पैसा उसके खाते में चला गया और जो आवास बनाया है वह अभी कर्ज में डूबा पड़ा है।

इसी क्रम में ‌राजेंद्र पुत्र रामफेर ‌ने भी मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर विकासखंड बढ़नी के सिसवा उर्फ शिव भारी में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना प्रस्तावित 2016-17 में भ्रष्टाचार और अनियमितता का आरोप लगाया‌ है उन्होंने आरोप लगाया है कि
ग्राम प्रधान सचिव द्वारा वर्ष 2016-17 में आधा दर्जन से ज्यादा व्यक्तियों के नाम का प्रधानमंत्री आवास का पैसा दूसरे व्यक्तियों के अकाउंट में भेज करके परोक्ष रूप से निकलवाया है ।

बकौल राजेंद्र प्रसाद इसकी शिकायत ब्लॉक तहसील व जिला स्तर तक के अधिकारी से किया लेकिन जांच अधकारी द्वारा सही जांच ना कर के लीपा पोती करके निस्तारण कर देते हैं।
राजेंद्र ने अपने प्रार्थना पत्र में लिखा है कि ओमप्रकाश पुत्र सहदेव यादव क्रमांक संख्या 10 आईडी संख्या यूपी 39 50 636 लोटन पुत्र बिंदेश्वरी क्रम संख्या 8 आईडी संख्या यूपी 277 8616 मुबारक पुत्र अनारूल क्रम संख्या 9 आईडी संख्या यूपी 4690 682 पुजारी पुत्र रामधनी क्रम संख्या 15 आईडी संख्या यूपी 460187 04 प्रभु दयाल पुत्र बेचन चमार क्रम संख्या 13 आईडी संख्या यूपी 393 65 51 राजेंद्र पुत्र राम फेर क्रम संख्या 17 आईडी संख्या यूपी 4637920 रामकिशोर पुत्र सुखराज क्रम संख्या 19 आईडी संख्या यूपी 46 38009 सीताराम पुत्र अज्ञात क्रम संख्या 25 आईडी संख्या यूपी 39 431 46 आदि लोगोंंंका आवास का पैसा दूसरे लोगों के खाते में डाल दिया गया।

फिर उसे बैंक से निकालवा कर बंदर बांट कर लिया गया है
श्री राम किशोर पुत्र सुखराम ग्राम पंचायत सिसवा उर्फ शिव भारी विकासखंड बढ़नी जनपद सिद्धार्थनगर द्वारा प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना वर्ष 2016-17 में आवास क्रमांक संख्या 191 आइ डी संख्या न अप 4135 753 का पैसा दूसरे व्यक्ति व्यक्ति के खाते में भेज दी गई है

परियोजना निदेशक सिद्धार्थनगर द्वारा संबंधित प्रकरण की जांच की गई जांचों परान्त तत्कालीन सचिव श्रीमती सुमन पटेल को प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास की रिकवरी हेतु प्रार्थना पत्र जिला अधिकारी महोदय सिद्धार्थनगर fको प्रेषित कर दिया गया है

मिली जानकारी के अनुसार राजेंद्र पुत्र रामफेर ने मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर विकासखंड बढ़नी के सिसवा उर्फ शिव भारी में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना प्रस्तावित 2016-17 में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया‌है
ग्राम प्रधान सचिव द्वारा वर्ष 2016-17 में आधा दर्जन से ज्यादा
व्यक्तियों के नाम का प्रधानमंत्री आवास का पैसा नाम वही लेकिन बाप का नाम दूसरा के खाते में डालकर कोरम पूरा करादिया गया है

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