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Kapilvastupost
सिद्धार्थनगर ।जनपद का चर्चित ब्लाक मुख्यालय विकास खंड बढ़नी इन दिनों काफी सुर्खियों में है। जहां लापरवाही का आलम यह है कि 77 ग्राम पंचायतों में बैलेट पेपर से चुनें जाने वाले जनप्रतिनिधियों के भाग्य का फैसला करने में अहम रोल निभाकर ग्रामीण व्यवस्था की तस्वीर बदलने वाली मतदान पेटियां आज भी अपने भाग्य और तस्वीरों पर बदहाली की आंसू बहा रही हैं।
जिसे चुनाव के बाद से ही ब्लाक मुख्यालय के कैम्पस में खुले आसमान के नीचे कूड़े का ढेर लगाकर फेंक दिया गया है। जिसका कोई पुरसाहाल नहीं है।
और ना ही किसी जिम्मेदार अधिकारी द्वारा उसे सुरक्षित करने का कोई प्रबंध किया जा रहा है। जबकि पंचायत चुनाव भी धीरे-धीरे नजदीक आता जा रहा है। आखिरी समय में उसी मतदान पेटियों को खोजा जायेगा जिसकी आज जरूरत नहीं समझी जा रही है।
तब तक काफी संख्या में मतदान पेटिंया सड़ गल कर खत्म हो चुकी होंगी। फिलहाल यह प्रशासनिक अधिकारियों की गैर जिम्मेदाराना रवैया कहीं ना कहीं सरकारी खजाने को नुक़सान पहुंचाने का कार्य कर रहा है।
और उनकी लापरवाही को दर्शाता है। अब देखने वाली बात है कि मीडिया में खबरें प्रकाशित होने के बाद सोया हुआ प्रशासनिक जिम्मेदार कुंभकरण की नींद से जागता हैं। या फिर इसी तरह से अपने रवैए को बरकरार रखकर जनता के टैक्स से भरने वाली खजाने को पलीता लगाते रहते हैं।