गुरु जी की कलम से
सिद्धार्थनगर: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर जब पूरी दुनिया महिलाओं के सम्मान, सुरक्षा और उनके अधिकारों की बात कर रही है, तब यूपी के सिद्धार्थनगर जिले में एक महिला को न्याय के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। यह विडंबना ही है कि ढेबरुआ थाने से महज 200 मीटर की दूरी पर एक महिला पर बेरहमी से हमला हुआ, लेकिन आरोपियों के खिलाफ अब तक ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
महिला पर बर्बर हमला, देवरानी भी बनी शिकार
सिद्धार्थनगर जिले के ढेबरुआ थाना क्षेत्र के सिसवा उर्फ शिवभारी गांव की रहने वाली ईना खातून पत्नी अब्दुल रहमान ने थाना प्रभारी को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। पीड़िता के मुताबिक, 6 मार्च 2025 की शाम करीब 4 बजे वह अपने घर में बैठी थी, तभी उसके पड़ोसियों ने घर में घुसकर उस पर लात, मुक्कों और ईंट-डंडे से हमला कर दिया। इस हमले में ईना खातून के सिर और पीठ पर गंभीर चोटें आईं, यहां तक कि सिर की त्वचा भी कट गई।
ईना खातून की देवरानी जहरुन निशा पत्नी अब्दुल जब बचाने आई, तो हमलावरों ने उसे भी बेरहमी से पीटा। सिर, हाथ और पीठ पर गंभीर चोटें आने के कारण उसका भी सिर फट गया। घटना के बाद जब गांव के लोग मौके पर पहुंचे, तो हमलावर वहां से फरार हो गए, लेकिन जाते-जाते पीड़िता को धमकी देकर गए कि अगर पुलिस में शिकायत की तो अंजाम भुगतना होगा।
न्याय के लिए दर-दर भटक रही महिला
घटना को कई दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक दोषियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। महिला सुरक्षा के तमाम दावों के बावजूद एक पीड़िता को न्याय पाने के लिए भटकना पड़ रहा है। यह सवाल खड़ा करता है कि जब थाना परिसर से कुछ ही दूरी पर इस तरह की घटनाएं हो सकती हैं, तो दूर-दराज के इलाकों में महिलाओं की सुरक्षा की क्या स्थिति होगी?
महिला सम्मान और सुरक्षा पर सवाल
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जब सरकारें महिला सशक्तिकरण की बातें कर रही हैं, तब एक महिला को न्याय के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। यह घटना न केवल महिला सुरक्षा पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि कानून व्यवस्था की पोल भी खोलती है।
पीड़िता ने की न्याय की मांग
ईना खातून ने ढेबरुआ थाना प्रभारी को लिखित प्रार्थना पत्र देकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। अब देखना यह है कि कानून अपना काम करता है या एक और महिला की फरियाद धूल में मिलकर रह जाती है।