सिद्धार्थ नगर – विकास खंड इटवा के त्रिलोकपुर पंचायत में 34.95 लाख रुपये का घोटाला! जांच में खुली पोल, फर्जी कार्यों पर हुआ भुगतान

परमात्मा उपाध्याय

सिद्धार्थनगर, बढ़नी।
इटवा विकास खंड के त्रिलोकपुर ग्राम पंचायत में 34 लाख 95 हजार रुपये के कथित भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। ग्रामवासियों ने पंचायत सचिव और ग्राम प्रधान पर गंभीर अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए शिकायत जिला स्तर से लेकर शासन तक की है।

शिकायतों के आधार पर जिला कृषि अधिकारी डॉ. मुहम्मद मुजम्मिल की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया गया। जांच टीम ने मौके पर पहुंचकर पंचायत में किए गए विकास कार्यों की जांच की, जिसमें भारी गड़बड़ियों का खुलासा हुआ।

जांच में सामने आए चौंकाने वाले तथ्य

जिन कार्यों के नाम पर लाखों रुपये का भुगतान किया गया, वे ज़मीन पर मौजूद ही नहीं हैं।

कुछ जगहों पर निर्माण कार्य अधूरा मिला, वहीं कहीं सड़कों की लंबाई-चौड़ाई मानक से कम पाई गई।

इंटरलॉकिंग के नीचे गिट्टी-बालू तक नहीं डाली गई थी।

वृक्षारोपण के नाम पर हजारों रुपये खर्च किए गए, लेकिन विद्यालय और पंचायत भवन में एक भी पौधा नहीं मिला।

पंचायत भवन और सामुदायिक शौचालय भी सवालों के घेरे में
जांच के दौरान पंचायत भवन अधूरा मिला। रिकॉर्ड में लाखों रुपये खर्च दिखाए गए हैं, लेकिन भवन न तो पूर्ण है और न ही उससे जनता को कोई सुविधा मिल पा रही है।

इसके अलावा सामुदायिक शौचालय की केयरटेकर चंद्रावती ने जांच अधिकारियों को बताया कि वह कई महीनों से सेवा दे रही हैं, लेकिन आज तक एक भी रुपया नहीं मिला। जबकि रिकॉर्ड में उनके मानदेय के नाम पर भुगतान दिखाया गया है।

संबंधित अधिकारियों की प्रतिक्रिया
जब पंचायत सचिव से संपर्क किया गया, तो उनका मोबाइल ‘नॉट रिचेबल’ मिला।
वहीं, जांच टीम के अध्यक्ष डॉ. मुहम्मद मुजम्मिल ने बताया कि, त्रिलोकपुर में भ्रष्टाचार की शिकायत मिली थी, जांच में कुछ खामियां मिली हैं। विस्तृत जानकारी मैं बैठक के बाद दे सकूंगा।

बताते चलें कि ग्राम पंचायत त्रिलोकपुर में भ्रष्टाचार की यह तस्वीर विकास कार्यों पर सवाल खड़ा करती है। अब देखना यह होगा कि जांच रिपोर्ट के आधार पर क्या कार्रवाई होती है और दोषियों पर कब तक शिकंजा कसा जाता है।

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