बिना मान्यता के चल रहे स्कूलों पर अब जागा बेसिक शिक्षा विभाग Kapilvastupost
जिले में वर्षों से बिना मान्यता और मानकों के चल रहे निजी विद्यालयों पर अब बेसिक शिक्षा विभाग की बड़ी कार्रवाई शुरू हो गई है। शासन की सख्ती के बाद विभाग ने जिले के 204 फर्जी स्कूलों को बंद करने का नोटिस जारी कर दिया है। साथ ही, इन स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों को नजदीकी परिषदीय विद्यालयों में प्रवेश दिलाने का निर्देश भी दिया गया है।
नोटिस के बावजूद स्कूल बंद न करने वाले संचालकों के खिलाफ अब विभाग विधिक कार्रवाई की तैयारी में है। यह सवाल भी उठ रहा है कि आखिर ये स्कूल इतने वर्षों से बिना मान्यता के कैसे संचालित हो रहे थे और अब तक विभाग क्यों नहीं जागा?
जिलेभर में चला विशेष अभियान:
खंड शिक्षा अधिकारियों की रिपोर्ट के आधार पर पूरे जिले में चलाए गए अभियान के तहत बांसी, बढ़नी, भनवापुर, बर्डपुर, डुमरियागंज, इटवा, जोगिया, खेसरहा, खुनियांव, लोटन, मिठवल, नौगढ़, शोहरतगढ़ और उस्का बाजार क्षेत्र के स्कूलों को चिन्हित किया गया है।
अब तक 13 स्कूल बंद:
जारी नोटिसों के बाद 19 मई तक कुल 13 गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों को बंद कराया जा चुका है। इनमें बांसी, खेसरहा और बर्डपुर के दो-दो, बढ़नी, मिठवल, डुमरियागंज के एक-एक तथा खुनियांव क्षेत्र के चार विद्यालय शामिल हैं। शेष स्कूलों को ग्रीष्मावकाश के बाद बंद कराया जाएगा।
प्रश्न उठता है – इतने वर्षों तक विभाग क्यों रहा मौन?
स्थानीय लोगों का कहना है कि ये स्कूल वर्षों से बिना मान्यता के खुलेआम चल रहे थे, मगर विभाग की नींद अब टूटी है। क्या अब तक विभाग जानबूझ कर आंखें मूंदे था या किसी दबाव में कार्रवाई नहीं हो रही थी?